अमित गिरि गोस्वामी
लक्सर। प्रदेश में लगातार हो रही बारिश से पहाड़ी क्षेत्रों से लेकर मैदान तक नदियां में उफान में हैं। हरिद्वार में भी गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने से हड़कंप मच गया है। इससे निचले गांवों के किसानों के खेतों में पानी भी घुस गया। जिसके कारण जनपद के बाढ़ संभावित गांवों के ग्रामीण डर के साए में जीने को मजबूर हैं। उन्हें बाढ़ के भय से अपनी फसलों और अपनी चिंता सता रही है
हरिद्वार का लक्सर क्षेत्र गंगा तटीय इलाका होने के कारण गंगा उफनती नदियों के कारण बाढ़ की जद में आ चुका है। लक्सर के गंगा तटीय कईं गांवों में 2017 में बाढ़ के दौरान गंगा का तटबंध टूट गया था। शासन-प्रशासन की घोर लापरवाही के कारण आज तक इस तट की मरम्मत नहीं भी नहीं की जा सकी है। वहीं बीते दिनों से जारी भारी बारिश के कारण गंगा नदी उफान पर है। गंगा के बढ़े जलस्तर से पानी कई गांव में घुसना भी शुरू हो गया है। जिस कारण गंगा किनारे रहने वाले किसानों और ग्रामीणों को अब बाढ़ की चिंता सताने लगी है। हालांकि प्रशासन द्वारा अपने स्तर पर संभावनाओं के मद्देनजर बाढ़ चौकियों पर SDRF को तैनात किया जा चुका है। वहीं गंगा के बढ़े जलस्तर को देखते हुए लोकसभा सांसद रमेश पोखरियाल निशंक ने डीएम को आवश्यक निर्देश जारी कर दिए हैं।