मुज़फ्फरनगर : ग्रामीण परिवेश से निकलकर दुनिया भर में अपनी आवाज के जरिये पहचान बनाने वाली यूट्यूबर सिंगर फ़रमानी नाज़ इन दिनों अपने एक भजन को लेकर कट्टर पंथियो के निशाने पर है। कांवड़ यात्रा के दौरान हर हर शंभु भजन गाकर फ़रमानी नाज की जंहा भरपूर प्रशंसा हो रही है वही इस्लाम के जानकारों के लिए फ़रमानी नाज दुश्मन बनी हुई है।
कांवड़ यात्रा के दौरान हर-हर शंभू गाना गाकर अपने यू-ट्यूब चैनल पर धमाल मचाने वाली गायिका फरमानी नाज के भजन को सुनकर जंहा एक तरफ उनके प्रशंसक सराहना कर रहे हैं। तो वही इस्लाम को मानने वाले धर्म गुरु फ़रमानी नाज की आलोचना करने से बाज नहीं आ रहे है। शनिवार तक 27 हजार लोगों ने गाना पंसद किया है, जबकि सवा चार लाख लोग इसे देख चुके हैं अपने गांव से इंडियन आइडियल के मंच तक फरमानी नाज़ अपनी पहचान बना चुकी है। हर बार वह प्रशंसकों के सामने नए अंदाज में प्रस्तुति देती हैं। 24 जुलाई को कांवड़ यात्रा के दौरान फरमानी ने कलाकार परविंदर सिंह के साथ मिलकर हर हर शंभू गाना गाकर अपने यू-टयूब चैनल पर अपलोड किया था। इसके बाद से प्रशंसक लगातार फरमानी की आवाज की प्रशंसा कर रहे हैं। प्रशंसकों ने जो कमेंट किए हैं उनमें फ़रमानी नाज़ को खूब तारीफ मिल रही है। प्रशंसकों ने कहा है कि एक मुस्लिम होने के बावजूद फ़रमानी ने बेहद सुंदर तरीके से भजन प्रस्तुत किया है कांवड़ यात्रा के दौरान फरमानी अपनी टीम के साथ हरिद्वार में देखी गई। अपने सोशल मीडिया प्लेटफार्म के जरिए कई वीडियो और भजन भी जारी किए हैं। उधर, कुछ उलमा और मुस्लिम समाज के लोग नाराज भी हैं। वही एक मौलवी ने कहा कि इस्लाम के भीतर किसी तरह का नाच-गाना जायज नहीं है। गीत-संगीत इस्लाम में हराम है। इससे मुसलमानों को परहेज करना चाहिए। फरमानी ने जो गाना गाया है वह हराम है, इससे उसे तौबा करनी चाहिए।