Maratha: महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मराठा संगठन आक्रामक दिखाई दे रहे हैं, एक तरफ जहां मनोज जरांगे पाटिल अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं, वहीं दूसरी ओर राज्य के तमाम हिस्सों में आक्रामक आंदोलन चल रहा है. पिछले डेढ़ महीने में 14 लोग सुसाइड कर चुके हैं. लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. नेताओं के घरों और कार्यालयों को निशाना बनाया जा रहा है और आगजनी की गई है, जिसके बाद 49 लोगों को गिरफ्तार किया है और शांति कायम रखने के लिए कर्फ्यू लगाया गया है, जिसमें अभी तक ढील नहीं दी गई है. महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है ताकि इसका समाधान निकाला जा सके. कहा जा रहा है कि आज फैसले का दिन है.
महाराष्ट्र में मराठा आरक्षण की मांग को लेकर मराठा संगठन आक्रामक दिखाई दे रहे हैं. एक तरफ जहां मनोज जरांगे पाटिल अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल पर हैं, वहीं दूसरी ओर राज्य के तमाम हिस्सों में आक्रामक आंदोलन चल रहा है. पिछले डेढ़ महीने में 14 लोग सुसाइड कर चुके हैं. लोगों में गुस्सा बढ़ता जा रहा है. नेताओं के घरों और कार्यालयों को निशाना बनाया जा रहा है और आगजनी की गई है, जिसके बाद 49 लोगों को गिरफ्तार किया है और शांति कायम रखने के लिए कर्फ्यू लगाया गया है, जिसमें अभी तक ढील नहीं दी गई है. महाराष्ट्र की शिंदे सरकार ने बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई है ताकि इसका समाधान निकाला जा सके. कहा जा रहा है कि आज फैसले का दिन है.
Maratha:
महाराष्ट्र के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख का कहना है कि मराठा समाज का आरक्षण का विषय दिन ब दिन कठिन हो रहा है. राज्य सरकार ने 30 दिनों की मियाद पहले मांगी थी, लेकिन इसका हल नहीं निकाल पाई. सरकार एक दिन का विधानसभा का विशेष सत्र बुलाए और इस पर चर्चा करें. वहीं, उन्होंने आरशन कर रहे मनोज जरांगे पाटिल से अपील की वे अपनी सेहत का ध्यान रखें. वहीं, मराठा आरक्षण के समर्थन में शिवसेना (शिंदे गुट) के विधायक रमेश बोरनारे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया और उन्होंने अपना इस्तीफा विधानसभा अध्यक्ष को भेज दिया है.