Uttarakhand: उत्तराखंड में हरिद्वार के एक मदरसे में कई साल से संस्कृत की पढ़ाई हो रही है। इस मदरसे के छात्र-छात्राएं संस्कृत अच्छी तरह समझते हैं। हाल ही में उत्तराखंड वक्फ बोर्ड ने ऐलान किया कि उसके यहां रजिस्टर्ड सभी मदरसों में संस्कृत की पढ़ाई शुरू की जाएगी। कुछ संतों ने इसका स्वागत किया है।
हरिद्वार के जिस मदरसे में कई साल से संस्कृत पढ़ाई जा रही है, उसके प्रमुख का कहना है कि वैकल्पिक भाषा के रूप में तो संस्कृत पढ़ना ठीक है, लेकिन इसे अनिवार्य नहीं बनाना चाहिए। उत्तराखंड वक्फ बोर्ड में 117 मदरसे रजिस्टर्ड हैं।
Uttarakhand: 
बोर्ड की योजना देहरादून, हरिद्वार, उधम सिंह नगर और नैनीताल में एक-एक मदरसे को ‘मॉडल मदरसा’ के रूप में विकसित करने की है, जहां एनसीईआरटी पाठ्यक्रम लागू किया जाएगा।