ऐतिहासिक लक्ष्मण झूला पुल के विकल्प बजरंग सेतु की बुनियाद का कार्य 20 दिनों में पूरा हो जाएगा ,अभी तक 72 फ़ीसदी काम हो चुका है ,इसके बाद कांच के फुटपाथ वाले पुल का शानदार ढांचा आकार लेने लगेगा, लोक निर्माण विभाग नरेंद्र नगर का दावा है कि ,अगले 6 महीने में बजरंग सेतु निर्माण का कार्य पूरा हो जाएगा, 16 अप्रैल 2022 को प्रशासन ने सुरक्षा की दृष्टि से लक्ष्मण झूला पुल को बंद कर दिया था ,तभी से लोगों को लक्ष्मण झूला जाने के लिए 2 किलोमीटर दूर का रास्ता तय करके आना पड़ता था जिससे काफी दिक्कत परेशानी होती थी, लेकिन अब पर्यटकों और स्थानीय लोगों को दिक्कत परेशानी नहीं होगी, लोक निर्माण विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि अत्याधुनिक हाइड्रोलिक फ्लाइंग रिंग मशीन से पुल की पाइल फाउंडेशन तैयार की जा रही है, पुल पर 42 जगह पर प्लानिंग होनी है, इसमें से 21 पायल पॉइंट तपोवन और 21 पॉइंट स्वर्गासन क्षेत्र की और बनाए गए है,इसके बाद कॉलम खड़े किए जाएंगे इसमें करीबन 20 दिन का समय लगेगा ,एक बार बुनियाद का काम पूरा होने के बाद अगले छः महीने में बजरंग सेतु बनकर तैयार हो जाएगा, और लोगों के लिए खोल दिया जाएगा, लगभग 54.97 करोड रुपए की लागत से बनने वाले बजरंग सेतु की ऊंचाई 57 मीटर होगी, पुल के बीच में दुपहिया और हल्के चौपाइयां वाहनों के लिए 5 मीटर की डबल लेन होगी, पुल के दोनों किनारों पर चहलकदमी के लिए डेढ मीटर का फुटपाथ होगा ,फुटपाथ 65 मिलीमीटर मोटे कांच से बना होगा ,लोग गंगा की लहरों को देख रोमांचित हो सकेंगे, पुल के टावर में केदारनाथ धाम की आकृति देखने को मिलेगी.