केदारनाथ धाम के बाद अब बदरीनाथ धाम की सुरक्षा भी आईटीबीपी के जवान करेंगे। शीतकाल के दौरान यानि अप्रैल तक बदरीनाथ मंदिर की सुरक्षा में आईटीबीपी की एक प्लाटून तैनात रहेगी। बता दें कि अभी तक बदरीनाथ मंदिर की सुरक्षा की जिम्मेदारी उत्तराखंड पुलिस को सौंपी हुई थी। वहीं अब मंदिर में आईटीबीपी के जवानों की तैनाती के बाद उत्तराखंड पुलिस के 10 जवानों को विभिन्न थानों में वापस बुला लिया गया है।
बदरीनाथ केदारनाथ मंदिर समिति के अध्यक्ष अजेन्द्र अजय ने कहा कि कपाट बंद होने पर उन्होंने मंदिर की सुरक्षा के लिए आईटीबीपी की तैनाती की मांग के लिए मुख्य सचिव को पत्र लिखा था। शासन ने परीक्षण और आवश्यकता को देखते हुए गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर मंदिर की सुरक्षा के लिए भारत तिब्बत सीमा पुलिस की तैनाती की मंजूरी दी है। इसी क्रम में अब केदारनाथ के बाद बदरीनाथ मंदिर की सुरक्षा भी आईटीबीपी को सौंपी है। बता दें कि शीतकाल के दौरान कपाट बंद रहने तक आईटीबीपी के जवान केदारनाथ और बदरीनाथ मंदिर में तैनात रहेंगे।
दरअसल, केदारनाथ धाम के गर्भ गृह में सोने की परत लगाई गई थी। बदरीनाथ धाम के गर्भ गृह में पहले से सोने की परत है। उसी की सुरक्षा के मद्देनजर दोनों धामों में आईटीबीपी के जवानों की तैनाती की गई है।
आपको बता दें कि उत्तराखंड के चारों धामों में अप्रैल तक शीतकालीन अवकाश रहता है। इस दौरान गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ और बदरीनाथ धाम के कपाट बंद रहते हैं। मई से अक्टूबर नवंबर तक चारधाम यात्रा शुरू होगी।