Uttar Pradesh: नवरात्रि के मौके पर उत्तर प्रदेश के आगरा में प्रदूषण से बचने के लिए मां दुर्गा की ईको-फ्रेंडली मूर्तियां बनाई जा रही हैं। ये मूर्तियां कागज के कचरे और मिट्टी से बनाई जा रही हैं। पहले मूर्तियां प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनाई जाती थीं और विसर्जन के बाद नदी में प्रदूषण और गंदगी होती थी।
इसलिए ऐसी समस्याओं से बचने के लिए मूर्तिकार ये मूर्तियां अब कागज और मिट्टी से बनाने लगे हैं। नदी में विसर्जित करने पर ये मूर्तियां पानी में आसानी से घुल जाएंगी, जिससे प्रदूषण नहीं होगा, ऐसी ईको-फ्रेंडली मूर्तियां बाजार में बहुतायत में उपलब्ध हैं।
एक मूर्ति दुकान के मालिक ने बताया कि, “मूर्तियों को बनाने के लिए उचित मिट्टी/वेस्टर का काम किया जा रहा है। कुछ मूर्तियां कोलकाता से लाई जा रही हैं। इस समय बाजार में मिट्टी की मूर्तियों का क्रेज है क्योंकि पीओपी पर प्रतिबंध है और इसके लिए मां दुर्गा की मिट्टी की मूर्ति बनाई जा रही है। बाजार भी बहुत अच्छा है।”
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मूर्ति निर्माताओं का कहना है कि “बाजार अभी ठीक है सही बाजार चल रहा है ऐसी कोई दिक्कत नहीं है। ये मिट्टी की मूर्ति बनाई जाती हैं वेस्ट कागज से, इसमें अरारोट, मिट्टी, लेई और वेस्ट कागज लगता है जो प्रिटिंग प्रेस से मिलता है। ये उस चीज से बनाई जाती है। अच्छा काम चल रहा है।”