Nagpur: राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने महाराष्ट्र के नागपुर में शानिवार को विजयादशमी के मौके पर ‘शस्त्र पूजा’ की। विजयादशमी समारोह के संबोधन में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि सामाजिक सद्भाव और एकता के लिए जाति और धर्म से ऊपर उठकर व्यक्तियों और परिवारों के बीच दोस्ती का होना जरूरी है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि बांग्लादेश में ये बात फैलाई जा रही है कि भारत उसके लिए एक खतरा है। सभी का मानना है कि पिछले कुछ सालों में भारत ज्यादा सशक्त हुआ है और विश्व में उसकी साख भी बढ़ी है।
मोहन भागवत ने कहा कि “इस विजयादशमी को यानी आज के दिन आरएसएस 100 वर्ष में कदम रख रहा है। इसलिए शायद आज के उत्सव को देखने के लिए समय से पहले ही उपस्थित हो गए। स्वतंत्र देश होना है, देश वैभव संपन्न होना है तो प्रजा में चरित्र चाहिए। इजराइल के साथ जो हमास का युद्ध छिड़ा वो अब कितना व्यापक होगा और उसकी आग में कौन-कौन झुलसेंगे और दुनिया पर इस से कौन सा संकट आएगा इसकी चिंता सबको लगी है। देखते हैं सारे दुनिया में भारत की साख बड़ी है, प्रतिष्ठा बड़ी है, कई मामलों में देश आगे जा रहा है और आगे ले जाने का प्रयास शासन के द्वारा, प्रशासन के द्वारा, देश के युवकों के द्वारा, वैज्ञानिकों के द्वारा, किसानों के द्वारा, जवानों के द्वारा सबके द्वारा हो रही है।
उन्होंने कहा कि वहां चर्चा ऐसी चलती हैं बांग्लादेश में कि भारत से हमको खतरा है और भारत से खतरा है इसलिए पाकिस्तान को साथ लेना चाहिए। वही हमारा प्रमाणिक मित्र है और दोनों मिलकर क्योंकि उनके न्यूक्यिर वैपेन हैं हम भारत को रोक सकते हैं। जिस बांग्लादेश के निर्माण में भारत से पूरी सहायता हुई, जिस बांग्लादेश के साथ भारत से अब तक कोई वैर-भाव नहीं रखा, आगे भी नहीं रखेंगे उस बांग्लादेश में ये चर्चाएं हो रहीं हैं।”