Hindu Mandir: संयुक्त अरब अमीरात यानी यूएई का पहला हिंदू मंदिर बनकर अबु धाबी में तैयार हो चुका है। इस मंदिर का उद्घाटन 14 फरवरी को होने वाला है और इसकी अध्यक्षता करने के लिए राज्य अतिथि के रूप में महंत स्वामी महाराज भी पांच फरवरी को अबू धाबी पहुंचे, एयरपोर्ट पर पहुंचते ही यूएई के सहिष्णुता मंत्री महामहिम शेख नहयान मबारक अल नहयान ने महंत स्वामी महाराज का गर्मजोशी से स्वागत किया।
बीएपीएस हिंदू मंदिर पत्थरों से बना मिडिल-ईस्ट का पहला पारंपरिक हिंदू मंदिर है। अबू मुरीखाह में मौजूद ने ये भव्य मंदिर भारत और संयुक्त अरब अमीरात के बीच स्थायी दोस्ती का प्रमाण है, जो सांस्कृतिक सद्भाव और सहयोग की भावना का प्रतीक है। यह प्रोजेक्ट संयुक्त अरब अमीरात सरकार और उसके शासकों की उदारता से संभव हो सका।
साल 2015 में अबू धाबी के क्राउन प्रिंस और संयुक्त अरब अमीरात सशस्त्र बलों के उप सर्वोच्च कमांडर शेख मोहम्मद बिन जायद अल नाहयान ने मंदिर के निर्माण के लिए 13.5 एकड़ जमीन दान की थी। यूएई सरकार ने जनवरी 2019 में 13.5 एकड़ अतिरिक्त भूमि आवंटित की, जिससे मंदिर के लिए कुल 27 एकड़ भूमि गिफ्ट में दी गई।
महंत स्वामी महाराज का अल-अय्यला प्रदर्शन करने वाले डांसर, ढोल वादकों और मंत्रोच्चार करने वालों की एक मंडली ने सम्मानजनक अरबी शैली में स्वागत किया गया। ये बेहद खास तरह का पारंपरिक सांस्कृतिक प्रदर्शन है, जो आमतौर पर राष्ट्रीय छुट्टियों और देश में आने वाले प्रमुखों के स्वागत समारोहों के लिए होता है। महंत स्वामी महाराज बीएपीएस स्वामीनारायण संस्था के छठे और वर्तमान आध्यात्मिक गुरु हैं, जो यूएन की अंतरराष्ट्रीय समुदाय आधारित हिंदू फेलोशिप है।