Uttarakhand Weather: चमोली के थराली में देर रात से हो रही भारी बारिश के बीच ब्रह्मताल सुपताल और भेकल ताल क्षेत्र में बादल फटा, जिस कारण पहाड़ दरके और नदी विकराल रूप से बहने लगी। हालांकि प्रभावित गांवों में राहत बचाव कार्य जारी है और चिकित्सकों की टीम भी पहुंच गयी है.
बादल फटने के बाद नदी के साथ बड़े-बड़े बोल्डर और कई पेड़ भी तिनके की तरह बह गये, नदी की गर्जना पांच किलोमीटर से अधिक दूर तक सुनाई दे रही थी। जिसके बाद आस-पास के क्षेत्र में रह रहे ग्रामीणों ने थराली, कुलसारी, हरमनी में नदी किनारे रह रहे लोगों को घरों से निकलकर सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश जारी किये गये.
चमोली के आपदा प्रभावित गांवों में प्रशासन की टीम राहत कार्यो में जुट गई है, आपदा प्रभावित गांव गरूड़ गंगा, पाखी, बिरही, किरूली, कौंजपोथनी, थराली पैनगढ़ व पीपलकोटी बंड क्षेत्र के कई गांवों में राशन किट वितरण किया जा रहा है। प्रभावित गांवों में चिकित्सकों की टीम प्रभावित गांवों का भ्रमण कर निःशुल्क स्वास्थ्य जांच कर रही है।
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इसके साथ ही थराली पैनगढ मार्ग पर प्राणमति में पैदल चलने के लिए लकड़ी का अस्थाई पुल बनाया गया है, एसडीएम और तहसीलदार की देखरेख में डिस्ट्रिक्ट डिजास्टर रिलीफ फोर्स के जवान गाड-गदेरों पर वैकल्पिक मार्ग, अस्थायी पुलिया बनाने में जुटे है। तहसील प्रशासन के माध्यम से प्रभावित लोगों को सहायता धनराशि के चेक भी वितरित किए जा रहे है।
जिलाधिकारी हिमांशु खुराना का कहना है कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत कार्यो की नियमित मॉनिटरिंग कर रहे हैं और आपदा कन्ट्रोल रूम से प्रभावित क्षेंत्रों की जानकारी ले रहे हैं। लोगों के घरों से मलबा साफ करने के साथ ही सड़क और संपर्क मार्गों से भी मलवा साफ करने के लिए मजदूर लगाए गए हैं। इसके साथ ही विद्युत व पेयजल सप्लाई को सुचारू करने का काम जारी है इसके लिए राहत शिविरों में छोटे बच्चों को दूध एवं पोषाहार भी वितरण किया जा रहा है।