लक्ष्मण सिंह नेगी
उखीमठ। लोक निर्माण विभाग व रूद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे की कार्यदाही संस्था की लापरवाही के कारण केदारनाथ यात्रा का युगों पुराना फाटा-बडासू पैदल मार्ग जानलेवा बना हुआ है। ग्रामीणों द्वारा पैदल मार्ग के रख-रखाव के लिए लोक निर्माण विभाग, नेशनल हाईवे सहित मुख्यमंत्री हेल्पलाइन पर भी शिकायत दर्ज की गयी है, लेकिन आज तक फाटा-बडासू पैदल मार्ग की दयनीय स्थिति पर कोई ध्यान देने को तैयार नहीं है।
फाटा-बडासू पैदल मार्ग की खस्ता हालत बडासू गांव की महिलाओं और मवेशियों को जंगलों में आवाजाही करने में मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है। ग्रामीणों के साथ ही जीआईसी फाटा में पढ़ने वाले नौनिहालों के लिए भी यह सड़क मार्ग जी का जंजाल तो बना हुआ है। रुद्रप्रयाग-गौरीकुण्ड नेशनल हाईवे निर्माण के दौरान मलवा पैदल मार्ग पर गिरने से पैदल मार्ग पर बना पुल क्षतिग्रस्त होने से बरसात के समय नौनिहालों व ग्रामीणों को एक दूसरे को सहारा लेकर गाड़-गदेरो को पार करना पड़ता है।