Ramnagar: देश के सबसे पुराने टाइगर रिजर्व में इस साल होने वाली बाघों की गिनती के लिए जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व प्रशासन ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। भारतीय वन्यजीव संस्थान हर चार साल में बाघों की गिनती कराता है। इसके लिए टाइगर रिजर्व के कर्मचारियों को ट्रेनिंग दी जा रही है।
उद्यान संरक्षक अमित ग्वास्कोटी ने बताया कि “पूरे भारत वर्ष में हर चौथे साल में टाइगर की गणना की जाती है इसी क्रम में टाइगर रिजर्व में फेज फोर मॉनिटरिंग की जानी है इसके लिए डब्ल्यूआईई से हमारा टीम आई थी उनके द्वारा एम टाइप और विभिन्न बिन्दुओं पर स्टाफ को प्रशिक्षण दिया जा चुका है तो संभवतः ये जो फेज फोर की टाइगर गणना है, सितंबर माह में किया जाना प्रस्तावित है।”
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इस साल बाघों की गणना के लिए कैमरा ट्रैप विधि का इस्तेमाल किया जाएगा। पहले चरण में कॉर्बेट और दूसरे चरण में पार्क के उत्तरी हिस्से कालागढ़ टाइगर रिजर्व में कैमरे लगाए जाएंगे। पिछली बार हुई बाघों की गिनती के मुताबिक उत्तराखंड में रहने वाले कुल 560 बाघों में से 260 जिम कॉर्बेट टाइगर रिजर्व में ही रहते हैं।