उत्तराखंड विधानसभा चुनाव में मिली करारी शिक्सत के बाद प्रदेश कांग्रेस में हलचल मची हुई है। कांग्रेस के कार्यकारी अध्यलक्ष रंजीत रावत ने वरिष्ठे पार्टी नेता और पूर्व मुख्यहमंत्री हरीश रावत पर पैसे लेकर टिकट बेचने का गंभीर आरोप लगाया है। इन गंभीर आरोपों पर हरीश रावत ने प्रतिक्रिया दी और सोशल मीडिया पर भावुक पोस्ट लिखी है।
हरदा ने फेसबुक पोस्ट के जरिये पलटवार करते हुए खुद के ही निष्कासन की मांग कर दी। उन्होंने कहा, पद और पार्टी टिकट बेचने का आरोप बेहद गंभीर है और अगर वह आरोप एक ऐसे शख्स पर लगाया जा रहा हो, जो पूर्व मुख्यमंत्री, पार्टी का प्रदेश अध्यक्ष, महासचिव और कांग्रेस कार्यसमिति का सदस्य रहा है। जबकि आरोप लगाने वाला शख्स भी गंभीर पद पर है और उस शख्स की ओर से आरोप को एक बेहद अहम पद वाले शख्स और उसके समर्थकों की ओर से प्रचारित-प्रसारित करवाया जा रहा हो तो यह आरोप और भी गंभीर हो जाता है।
उन्होंने कहा कि यह आरोप मुझ पर लगाया गया है। मैं भगवान से प्रार्थना करता हूं कि कांग्रेस पार्टी मेरे ऊपर लगे इस आरोप के मद्देनजर मुझे पार्टी से निष्कासित करे। होली बुराइयों के दमन के लिए उचित उत्सव है। होलिका दहन और हरीश रावत रूपी बुराई का भी इस होलिका में कांग्रेस को दहन कर देना चाहिए।
सीटों को लेकर हुआ दोनों में विवाद
2022 के विधानसभा चुनाव में रणजीत रावत रामनगर सीट से चुनाव लड़ना चाहते थे। लेकिन हरीश रावत ने बाजी मार ली थी। हालांकि विरोध के बाद उन्हें लालकुआं से चुनाव लड़ना पड़ा, लेकिन वहां से भी उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा। लेकिन कहा जाता है कि उन्होंने कुछ ऐसा गणित बिठाया कि रणजीत रावत को भी रामनगर सीट से टिकट नहीं मिला। रणजीत रावत को सल्ट से चुनाव मैदान में उतारा गया।