Election: अयोध्या में फिर से त्रेतायुग लौट आया है- सीएम योगी

Election: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने औरैया के बिधूना में कन्नौज लोकसभा क्षेत्र से सांसद व भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक के लिए जनसभा की, इस दौरन उन्होंने कहा कि रामनवमी पर रामलला का सूर्य तिलक देख अभिभूत दुनिया हुई, समाजवादी पार्टी के शासन में अयोध्या में रामभक्तों पर गोलियां चलाई गई थीं पर आज अयोध्या में फिर से त्रेतायुग और रामराज्य वापस आ गया है। नई अयोध्या में 500 वर्षों के बाद मर्यादा पुरुषोत्तम प्रभु श्रीराम ने होली खेली। रामनवमी पर उनका सूर्य तिलक हुआ। इसे देख पूरी दुनिया अभिभूत हो गयी थी। यह अद्भुत कार्य कभी सपा, बसपा और कांग्रेस के कार्यकाल में नहीं हो सकता था, क्योंकि ये तो प्रभु श्रीराम के वजूद पर ही सवाल खड़ा करते थे। एक समय था जब सपा कहती थी कि अयोध्या में परिंदा भी पर नहीं मार सकता है, लेकिन भाजपा सरकार में देश ही नहीं, दुनिया से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु रामलला के दर्शन को आ रहे हैं और दिव्य-भव्य अयोध्या देखकर प्रफुल्लित हो रहे हैं।

उन्होंने यहां कन्नौज लोकसभा क्षेत्र के सांसद व भाजपा प्रत्याशी सुब्रत पाठक के पक्ष में जनसभा कर वोट की अपील की। मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि यूपीए की सरकार में देश के विभिन्न हिस्सों में आये दिन आतंकवादी घटनाएं होती थीं। यूपीए को समर्थन देने वाली समाजवादी पार्टी आतंकवादियों के मुकदमे वापस ले रही थी। इस पर न्यायालय ने तल्ख टिप्पणी करते हुए कहा था कि आज आप इनके मुकदमे वापस लेने की बात कह रहे हैं और कल इन्हे पद्म पुरस्कार से नवाजेंगे। इसके बाद न्यायालय ने समाजवादी पार्टी को रोका था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में आज देश आतंकवाद मुक्त हो गया है। यह मोदी की गारंटी है। सीएम योगी ने कहा कि अयोध्या में जहां एक ओर रामलला विराजमान हो गए हैं, वहीं दूसरी ओर बड़े-बड़े माफिया की राम नाम सत्य की यात्रा निकल रही है। पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह का पूरा जीवन प्रदेश के विकास और राम जन्मभूमि के लिए समर्पित था। उनके देहांत पर सपा के लोगों ने संवेदना तक नहीं व्यक्त की, जबकि माफिया की मौत पर फातिहा पढ़ने जाते हैं। आपको इनसे सावधान रहने की जरूरत है।

मुख्यमंत्री योगी  ने कहा कि इंडी गठबंधन के मेनिफेस्टो में अल्पसंख्यकों को खाने पीने की पूरी स्वतंत्रता देने की बात कही गयी है। यह जनता को नहीं बता रहे हैं कि ऐसा कौन सा खानपान है जो बहुसंख्यक समाज नापसंद करता है। दरअसल, अल्पसंख्यक समाज को गोमांस पसंद है। हम गो माता की रक्षा के लिए जान भी देंगे, यह किसी की रुचि के अनुसार खान-पान की स्वतंत्रता देंगे और हम उसे स्वीकार कर लेंगे। यह कतई नहीं होगा। प्रदेश में गोकशी की बात तो दूर कोई इसके बारे में भी सोचेगा तो उसके लिए जहन्नुम के द्वार खोल दिये जाएंगे।

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