प्रसिद्ध गीतकार प्रसून जोशी बने उत्तराखंड के ब्रांड एंबेसडर, धामी सरकार ने जारी किया आदेश

प्रसिद्ध गीतकार, कवि, लेखक और सेंसर बोर्ड के चेयरमैन प्रसून जोशी को उत्तराखंड की धामी सरकार ने राज्य का ब्रांड एंबेसडर बनाया है. प्रसून जोशी के ब्रांड एंबेसडर बनाए जाने को लेकर राज्यपाल ने मंजूरी भी दे दी है. राज्यपाल की मंजूरी के बाद सचिव हरीश चंद्र सेमवाल ने बीते शुक्रवार को इस संबंध में आदेश भी जारी कर दिया. इससे पहले धामी सरकार ने प्रसून जोशी को ‘उत्तराखंड गौरव पुरस्कार’ से सम्मानित किया था. बता दें, गीतकार प्रसून जोशी को राज्य का ब्रांड एंबेसडर बनाने को लेकर प्रस्ताव शासन को भेजा गया था. इसी प्रस्ताव पर बीते शुक्रवार को सचिव संस्कृति हरीश चंद्र सेमवाल ने आदेश जारी कर दिया. सचिव संस्कृति हरीश चंद्र सेमवाल ने महानिदेशक संस्कृति को भेजे पत्र में साफ-साफ निर्देश दिए हैं कि पद्मश्री प्रसून जोशी के साथ जल्द से जल्द समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर की कार्यवाही सुनिश्चित करें. साथ ही इस बारे में शासन को अवगत भी कराएं.

‘उत्तराखंड गौरव पुरस्कार’ से किया था सम्मानित
बता दें कि उत्तराखंड की धामी सरकार ने बीते दिनों प्रसून जोशी को ‘उत्तराखंड गौरव पुरस्कार’ से सम्मानित किया था. यह पुरस्कार उन्हें राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर नौ नवंबर दिया गया था. बता दें, प्रसून जोशी का उत्तराखंड से गहरा नाता है. प्रसून जोशी का जन्म उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले के दन्या गांव में 16 सितंबर 1968 को हुआ था. प्रसून जोशी के पिता का नाम देवेंद्र कुमार जोशी और मां का नाम सुषमा जोशी है.

कई फिल्मों में लिखे सुपरहिट गाने
यही नहीं गीतकार प्रसून जोशी की तीन तीन पुस्तकें भी प्रकाशित हुई हैं. प्रसून जोशी ने दिल्ली- 6, तारे जमीन पर, रंग दे बसंती, हम तुम और फना जैसी बॉलीवुड की फिल्मों में एक से एक सुपरहिट गाने लिखे हैं. फिल्म ‘तारे जमीन पर’ के गाने मां… के लिए उन्हें ‘राष्ट्रीय पुरस्कार’ भी मिल चुका है. प्रसून जोशी को 2015 में भारत का चौथा उच्चतम नागरिक पुरस्कार पद्मश्री से सम्मानित किया गया था. वर्तमान समय में वह सेंसर बोर्ड के चेयरमैन हैं.

प्रसून जोशी को उत्तराखंड गौरव पुरस्कार से नवाजा

पत्र के अनुसार जोशी के राज्य के ब्रांड एंबेसडर होने के नाते सरकार द्वारा उनकी जो भी सेवाएं ली जाएंगी और उसमें जो वित्तीय देयता होगी, उसके बारे में पृथक से निर्णय लिया जाएगा। गौरतलब है कि सरकार ने राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर नौ नवंबर को सरकार ने प्रसून जोशी को उत्तराखंड गौरव पुरस्कार से नवाजा था।

17 साल की उम्र में लिखी थी पहली किताब

प्रसून जोशी का जन्‍म 16 सिंतबर 1971 को अल्मोड़ा नगर स्थित मोहल्ला स्यूनराकोट में हुआ। उनका परिवार मूल रूप से अल्मोड़ा के दन्यां से ताल्लुक रखता है। उनके पिता डीके जोशी पीसीएस अफसर थे। मां सुषमा जोशी लोकगायिका थी। ऐसे में साहित्य के प्रति लगाव उन्हें विरासत में मिली।उन्हें संगीत और साहित्य का वातावरण बचपन से मिला। उन्होंने मात्र 17 साल की उम्र में अपनी पहली किताब लिख डाली। किताब का नाम था ‘मैं और वो’।

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