जोशीमठ मामले पर आज धामी सरकार ने आपात कैबिनेट बैठक बुलाई है। इस बैठक में जोशीमठ को लेकर कुछ जरूरी निर्णय लिये जा सकते हैं। धंसाव आपदा पीड़ितों को प्रदेश की पुष्कर सिंह धामी सरकार बड़ी राहत दे सकती है। शुक्रवार को होने वाली विशेष कैबिनेट बैठक में जोशीमठ के भविष्य को लेकर रोडमैप जारी किया जाएगा। साथ ही इस क्षेत्र में चलने वाले पावर प्रोजेक्ट्स और आपदा प्रभावितों को लेकर कुछ बड़े फैसले हो सकते हैं।
नया जोशीमठ बसाने की कवायद
सरकार नई टिहरी की तर्ज पर नया जोशीमठ बसाने की कवायद कर रही है। इसको लेकर प्रशासन के स्तर से भूमि की तलाश शुरू कर दी गई है। सरकार ने जोशीमठ के सभी प्रभावित परिवारों को किसी अन्य जगह पर पुनर्वास करने का रोड मैप बना लिया है। लिहाजा पुनर्वास के प्रावधानों में भी कुछ बदलाव किए जाने संबंधी प्रस्ताव पर भी इस बैठक में मुहर लग सकती है।
जमीनों का किया जा रहा है भूमि सर्वेक्षण
सचिव आपदा प्रबंधन ने कहा है कि जोशीमठ में आपदा प्रभावितों के पुनर्वास और राहत पैकेज को लेकर मंत्रिमंडल की बैठक में निर्णय लिया जाएगा। साथ ही नया जोशीमठ कहां बसाया जाएगा, यह भी तय किया जाएगा। फिलहाल कुछ सरकारी जमीनों को चिन्हित किया गया है। जीएसआई की ओर से इन जमीनों का भूमि सर्वेक्षण एवं भूगर्भीय अध्ययन किया जा रहा है। उधर, नया जोशीमठ बसाने के लिए प्रशासनिक स्तर पर सरकारी भूमि को खंगाला जा रहा है। इस काम में राजस्व से लेकर पालिका और ब्लॉक अफसर, कर्मियों को लगाया गया है।
यहां बसाया जा सकता है नया जोशीमठ
जोशीमठ शहर के ठीक ऊपर कोटीबाग में उद्यान विभाग की करीब पांच हेक्टेयर भूमि है। इसी तरह मलारी रोड पर ढाक गांव में एनटीपीसी की भूमि मुहैया है। औली के समीप कोटी फार्म की भूमि के अलावा पीपलकोटी, गौचर, गैरसैंण तक सरकारी भूमि की तलाश की जा रही है। जोशीमठ में प्रभावित क्षेत्र के सभी मकानों का मेजरमेंट किया जा रहा है। इसके बाद पुनर्वास वाली जगह पर एक राय बनाई जाएगी।