UP News: उत्तर भारत में सर्दी का सितम लगातार बढ़ता जा रहा है। जैसे-जैसे पारा गिर रहा है लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। लोग अलाव का सहारा लेने के लिए मजबूर हैं। सर्दी से तो अलाव राहत दिला देता है लेकिन उससे निकलने वाला धुंआ आंख के मरीज बढ़ा रहा है। उत्तर प्रदेश के हाथरस में इन दिनों आंख के मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है।
जिले के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर नीरव अग्रवाल अलाव के सामने बैठते समय सावधानी बरतने की हिदायत दे रहे हैं। पश्चिमी और मध्य उत्तर प्रदेश के कुछ हिस्सों में न्यूनतम तापमान एक डिग्री सेल्सियस तक गिर गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक कुछ और दिनों तक तेज ठंड और कोहरे जैसे हालात बने रह सकते हैं। डॉ. नीरव अग्रवाल ”आजकल जो है मौसम की वजह से आंखों में सूखापन हो रहा है। आंखों से पानी आने लगता है, तो उस तरह के मरीज आ रहे हैं अभी। मैं समझता हूं उसका कारण एक तो ये है कि आदमी घर के अंदर रहता है और अंगठी पर, कहीं-कहीं मतलब तापने के लिए उसको आवश्यक समझता है। तो उससे आखों की जो कॉर्निया है उसमें सूखापन आने लगता है, पानी आता है, मुख्य कारण मेरे हिसाब ये है और ये तापमान जो गिरता है उसकी वजह से भी आखों में तकलीफ है। तो इसी तरह से 20-30 मरीज आ रहे हैं।”
उनका कहना है कि “डायरेक्ट गर्म के कान्टेक्ट में ना रहें और जब भी मौका लगे तो आंखों को थोड़ी देर बंद जरूर रखें। इससे कॉर्निया को नमी मिलती है। ये मेरे हिसाब से सावधानी है और कहीं बाहर मूवमेंट करते हैं तो आंखों को हवा से बचाएं, चश्मा यूज करें। प्लेन ग्लासेज का ही चश्मा यूज करें लेकिन चश्मा यूज करें।”