Ayodhya: अयोध्या के राम मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने ईद-उल-फितर के मौके पर बाबरी केस के मुस्लिम पक्षकार रहे इकबाल अंसारी के घर जाकर उन्हें और उनके परिवार को ईद की बधाई दी। इस मौके पर सत्येंद्र दास ने कहा कि “देशवासी देख सकते हैं कि कैसे हिंदू-मुसलमान एक साथ जुड़ रहे हैं। इतने लंबे समय तक ये (बाबरी) विवाद रहा और वो (इकबाल अंसारी) बाबरी केस में मुस्लिम पक्षकार थे और मैं राम जन्मभूमि का पुजारी था, लेकिन उस समय भी हम इसी तरह एक-दूसरे से मिलते रहे और पूरे देश को संदेश देते रहे कि हम सभी मिलकर रहें, तभी देश आगे बढ़ेगा।”
इस पर इकबाल ने कहा कि “हमने भी जो है पुजारी जी को बुलाया हूं, हमारे स्थान में मौजूद हैं, आज त्योहार का दिन है, राम नवमी का पर्व चल रहा है, लोग व्रत भी हैं, मुसलमान जो हैं ईद की खुशियां मना रहे हैं, तो हिंदू-मुसलमानों का जो त्योहार है ये हमेशा मनाया जाता है और हम सबको, पूरे देशवासियों को आशीर्वाद भी देते हैं कि अयोध्या की धरती पर साधु-संतों को देखें, अयोध्या के रहने वालों को देखें कि यहां भी जिस तरीके से लोग रहते हैं, भाईचार है, अदब, तहजीब है, साधुओं का सम्मान है, यही होना चाहिए, यही लोग करें।”
मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ने बताया कि “किस प्रकार हिंदू-मुसलमान एक साथ जुड़ रहे हैं। इतने दिनों तक ये विवाद रहा और ये एक पक्षकार रहे बाबरी मस्जिद के और मैं राम जन्मभूमि का पुजारी, लेकिन उस समय भी इसी प्रकार से एक-दूसरे से मिलते-जुलते रहे और एक संदेश सारे देश को देते रहे कि आप लोग मिल करके रहें और मिलकर के ही जब करेंगे कोई काम, तभी देश का विकास, देश का खुशहाली होगा।”
बाबारी केस पूर्व पक्षकार का कहना है कि “हमने भी जो है पुजारी जी को बुलाया हूं, हमारे स्थान में मौजूद हैं, आज त्योहार का दिन है, राम नवमी का पर्व चल रहा है, लोग व्रत भी हैं, मुसलमान जो हैं ईद की खुशियां मना रहे हैं, तो हिंदू-मुसलमानों का जो त्योहार है ये हमेशा मनाया जाता है और हम सबको, पूरे देशवासियों को आशीर्वाद भी देते हैं कि अयोध्या की धरती पर साधु-संतों को देखें, अयोध्या के रहने वालों को देखें कि यहां भी जिस तरीके से लोग रहते हैं, भाईचार है, अदब, तहजीब है, साधुओं का सम्मान है, यही होना चाहिए, यही लोग करें।”