Wrestlers Protest : भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह(Brij Bhushan Sharan Singh) के खिलाफ आंदोलन कर रहे पहलवानों ने आज यानी शाम 6 बजे हरिद्वार में अपने मेडल गंगा में प्रवाहित करने का एलान किया था। पहलवानों की टीम दिल्ली से हरिद्वार के लिए दिन में ही निकले। पहलवान हरिद्वार में हर की पौडी के आस-पास अपना मेडल गंगा को समर्पित किये। रेसलर विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने इस बारे में सोशल मीडिया पर एक भावुक पोस्ट लिखकर जानकारी दी। ये पहलवान बृजभूषण सिंह की गिरफ्तारी के लिए जंतर-मंतर पर धरना दे रहे थे। रविवार को पुलिस से हुई झड़प के बाद पहलवानों को जंतर- मंतर से लौटना पड़ा था।
विनेश फोगाट ने ट्विटर पर एक पत्र शेयर किया है जिसमें उन्होंने लिखा, हमारे साथ 28 मई को जो हुआ वो आप सबने देखा। हम महिला पहलवान ऐसा महसूस कर रही हैं जैसे इस देश में हमारा कुछ बचा ही नहीं है। फोगाट ने लिखा, हमें वो पल याद आ रहे हैं, जब हमने ओलंपिक, वर्ल्ड चैंपियनशिप में मेडल जीते थे। अब लग रहा है कि ये मेडल क्यों जीते थे उन्होंने बताया कि आज मंगलवार (30 मई) शाम छह बजे खिलाड़ी अपना मेडल हरिद्वार में गंगा में प्रवाहित कर देंगे। विनेश फोगाट ने ये ऐलान 28 मई को पहलवानों के खिलाफ दिल्ली पुलिस के एक्शन के दो दिन बाद किया है। उन्होंने यह भी कहा कि आंदोलन के दौरान प्रधानमंत्री ने एक बार भी पहलवानों की सुध नहीं ली।
Wrestlers Protest :
रेसलर साक्षी मलिक ने सोशल मीडिया पर पोस्ट में लिखा कि मेडल्स गंगा में प्रवाहित करने के बाद इंडिया गेट पर आमरण अनशन करेंगे। उन्होनें लिखा कि, हमने पवित्रता से इन मेडल को हासिल किया था। इन मेडल को पहनाकर तेज सफेदी वाला तंत्र सिर्फ अपना प्रचार करता है, फिर हमारा शोषण करता है। राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को नहीं लौटाएंगे, क्योंकि उन्होंने हमारी कोई सुध नहीं ली।
इसी बीच, बृजभूषण शरण सिंह ने 5 जून को अयोध्या में महारैली बुलाई है। इसमें बड़ी संख्या में संत भाग लेंगे। वहीं इस मामले में बृजभूषण और संतो का कहना है कि पॉक्सो एक्ट का फायदा उठाकर इसका दुरूपयोग किया जा रहा है। पहलवानों द्वारा नार्को टेस्ट चैलेंज को भी बृजभूषण ने स्वीकार कर लिया है।
Wrestlers Protest : इसके साथ ही पहलवानों के साथ बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा ने बड़ा ऐलान किया है। एक जून को देशभर में विरोध प्रदर्शन करेगा संयुक्त किसान मोर्चा, बृजभूषण के खिलाफ सभी जिला और तहसील केंद्रों पर पुतला दहन किया जाएगा दिल्ली पुलिस की कार्रवाई पर सवाल उठाये गये थे, बीते 28 मई को पहलवानों ने नई संसद के सामने महिला महापंचायत बुलाई गई थी, रेसलर्स ने वहां जाने के लिए मार्च निकाला और बैरिकेड्स भी तोड़े थे। इस दौरान हुई दिल्ली पुलिस और पहलवानों के बीच झड़प के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया था। साथ ही जंतर मंतर से पहलवानों के धरने की जगह को भी खाली करा दिया था। कार्रवाई पर सवाल उठाते हुए विनेश फोगाट ने पत्र में कहा, पुलिस ने हमें कितनी बर्बरता से गिरफ्तार किया। हम शांतिपूर्ण आंदोलन कर रहे थे। हमारे आंदोलन की जगह भी छीन लिया और अगले दिन गंभीर मामलों में हमारे ऊपर ही एफआईआर दर्ज कर दी गई। क्या महिला पहलवानों ने अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के लिए न्याय मांगकर कोई अपराध कर दिया है?