Election: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कांग्रेस पर तीखा तंज कसते हुए कहा कि कांग्रेस ने अपने मैनिफेस्टो में सरकारी नौकरियों में धार्मिक अल्पसंख्यकों के लिए आरक्षण का संकेत दिया है, जो यदि लागू किया तो उसमें भारतीय सेना को भी इसके दायरे में ले सकता है। ये देश की एकता-अखंडता को प्रभावित करने वाला विचार है और ये स्थिति देश के लिए बहुत भयावह स्थिति होगी।
इस दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि “इस बार के मैनिफेस्टो में फिर कांग्रेस ने सरकारी नौकरियों में धार्मिक आधार पर आरक्षण का संकेत दिया है, जो यदि लागू किया तो उसमें भारतीय सेना को भी इसके दायरे में ले सकता है। ये देश की एकता-अखंडता को प्रभावित करने वाला विचार है और ये स्थिति देश के लिए बहुत भयावह स्थिति होगी। इस पर भी हम लोगों को विचार करने की जरूरत है।”
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि “कांग्रेस सरकार में गठित हुई सच्चर कमेटी ने जब 2006 में रिपोर्ट दी थी तो उसमें भारतीय सेना में भी मजहबी आधार पर गणना करने का सुझाव भी दिया था। आप ये कल्पना कर सकते हैं, हमारी सेना में। कौन किस मजहब का है, इस आधार पर गणना होगी। स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार ऐसा देखने को मिला था कि सैन्य बलों में भी धार्मिक-मजहबी आधार पर विभाजन का प्रयास किया गया था। भारतीय जनता पार्टी का ये कहना है कि न्याय सभी को मिलना चाहिए। लेकिन तुष्टीकरण किसी का नहीं होना चाहिए।”