UPI Payment: आज सुबह से ही गूगल पे, पेटीएम और फोन पे पर UPI पेमेंट को लेकर खबरें सामने आ रही हैं कि 2000 रुपए से ज्यादा भुगतान करने पर चार्ज लिया जाएगा। इन सब के बीच एनपीसीआई ने स्थिति साफ कर दी है। एनपीसीआई ने लेनदेन पर चार्ज को लेकर लेटर जारी किया है, जिसके बाद UPI यूजर्स खुश नजर आ रहे हैं।
UPI Payment:
लगेगा सर चार्ज?
UPI के जरिये हर महीने 8 बिलियन से ज्यादा ट्रांजेक्शन होते हैं, मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि 2000 रुपये से ज्यादा का भुगतान करने पर 1.1 प्रतिशत का सर चार्ज लिया जाएगा। यूपीआई के तहत कुल लेन-देन 0.1 प्रतिशत है, ऐसे में आम ग्राहकों पर इसका ज्यादा असर नहीं दिखाई दे रहा है। हालांकि सरकार ने कुछ महीने पहले संकेत दिए गए थे कि यूपीआई मुफ्त और सुरक्षित बना रहेगा। भारतीय अर्थव्यवस्था के डिजिटलीकरण में यूपीआई का भुगतान अहम भूमिका निभा रहा है। ऐसे में लेनदन पर शुल्क लगने से प्रतिकूल असर पड़ सकता है।
UPI Payment: नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) की तरफ से कहा गया है कि यूजर्स से यूपीआई पेमेंट का किसी तरह का चार्ज नहीं लिया जाएगा और यूपीआई यूज करन फ्री, फास्ट और सिक्योर है। बयान में कहा गया है कि पुराने पेमेंट सिस्टम में बदलाव नहीं किया जा रहा है और 2000 रुपये तक बैंक अकाउंट से अन्य बैंक अकाउंट में की पेमेंट पर कोई चार्ज नहीं लिया जाता है। PPI चार्ज वसूला जाएगा। प्रेस रिलीज में कहा गया है कि ग्राहक और मर्चेंट के बीच किया गया बैंक अकाउंट से बैंक अकाउंट ट्रांजैक्शन मुफ़्त रहेगा। दावा किया जा रहा है कि 30 सितंबर 2023 से पहले इसकी समीक्षा भी की जाएगी।
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पीपीआई के तहत मर्चेंट टू मर्चेंट लेन-देन पर 0.5-1.1 प्रतिशत तक अतिरिक्त शुल्क वसूलने का प्रस्ताव दिया है। जिसमें ईंधन के लिए इंटरचेंज 0.5 प्रतिशत, दूरसंचार, डाकघर, कृषि और शिक्षा के लिए 0.7 प्रतिशत, सुपरमार्केट के लिए 0.9 प्रतिशत और म्यूचुअल फंड, सरकार, बीमा और रेलवे के लिए 1 प्रतिशत चार्ज लग सकता है। कहा जा रहा है कि आगमी 1 अप्रैल से यह शुल्क लागू हो सकते हैं।