Srinagar: जम्मू-कश्मीर के उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने 500 किसान सेवा केंद्र लॉन्च किए, यह खेती और उससे जुड़े मामलों में किसानों की मदद करेंगे। मनोज सिन्हा ने नई सेवा शुरू करने के बाद कहा कि हर सेवा केंद्र, जिसे ‘किसान खिदमत घर’ (केकेजी) के नाम से जाना जाता है, वन-स्टॉप हब के रूप में काम करेगा। ये किसानों को इनपुट से लेकर मार्केटिंग और तकनीकी मदद तक देगा।
उन्होंने कहा कि इनपुट बुकिंग, मिट्टी की निगरानी, मशीनों की सप्लाई, बाजार की हालत और क्षमता विकसित करने जैसी महत्वपूर्ण सेवाएं देने के लिए केकेजी आधुनिक आईटी प्रणालियों से लैस हैं, एलजी ने कहा कि दूसरे चरण में 1,500 सेवा केंद्र बनाए जाएंगे। ये काम इस साल के अंत तक पूरा होगा।
उन्होंने कहा कि इस पहल से केंद्र में करीब तीन लाख कमजोर और सीमांत किसानों सहित 13 लाख किसान परिवारों को सशक्त बनाया जाएगा। उप-राज्यपाल मनोज सिन्हा ने बताया कि “उसी दिशा में पहले फेज में आज इस कार्यक्रम के द्वारा 500 किसान खिदमत घर जम्मू कश्मीर के किसानों को आज सुपूर्द किया गया हैं। दूसरे फेज में 1500 अन्य किसान खिदमत घर स्थापित किए जाएंगे। एचएबीपी के अंदर इसी तरह से अनेक कार्य सुनिश्चि तरीके से चल रहे हैं। लक्ष्य हम रखे हैं।
उन्होंने कहा कि इनपुट सप्लाई से लेकर मार्केटिंग, व्यापक सहायता किसान को कैसे मिले, ये अभी प्रेजेंटेशन में भी बताया गया कि हर एक किसान खिदमत घर आधुनिक सुविधाओं से लेस होगा, ताकि आवश्यक सुविधाओं की डिलीवरी सीमलैस हो। इनपुट बुकिंग, फायर बूथ मॉनीटरिंग, प्लांट डायग्नॉस्टिक, प्री मार्केट इंटेलीजेंस एंड कैपेसिटी बिल्डिंग जैसे स्पेशलाइज्ड सर्विसेज की सुविधा किसान भाइयों तक पहुंचने में, पहुंचाने में हम सफल होंगे।”