NH project: केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि पिछले 10 सालों में लगभग तीन लाख करोड़ रुपये की राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है, जिससे नॉर्थ ईस्ट रीजन में एनएच की लंबाई 45 प्रतिशत बढ़ गई है।
गडकरी ने यह भी बताया कि अधिकारियों को नागालैंड और मेघालय जैसे कुछ पूर्वोत्तर राज्यों में भूमि अधिग्रहण की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है और यदि मुद्दों को जल्द ही हल नहीं निकला तो परियोजनाएं बंद हो सकती हैं।
असम में एनएच कार्यों की प्रगति की समीक्षा के बाद एक प्रेस कॉफ्रेंस को संबोधित करते हुए, गडकरी ने कहा, “नॉर्थ ईस्ट रीजन में हम जो काम कर रहे हैं, उसकी कुल लागत 17,470 किलोमीटर लंबाई वाली 794 परियोजनाओं के लिए लगभग तीन लाख करोड़ रुपये है।” उन्होंने कहा, “2014 में इस क्षेत्र में राष्ट्रीय राजमार्ग की लंबाई 10,087 थी और अब ये 15,740 किलोमीटर है।”
इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री ने असम के लिए दो योजनाओं के तहत 800 करोड़ रुपये की मंजूरी भी दी। उन्होंने कहा कि “जो टोटल कॉस्ट आएगी जो नॉर्थ ईस्ट में काम कर रहे हैं हम लोग, वो 794 प्रोजेक्ट, 17470 किलोमीटर लेंथ और कीमत सब पकड़कर तीन लाख करोड़ तक जाएगी। एनएच लेन जो थी, वो हमारी, ये भी हमने 10 हजार किलोमीटर से 16 हजार किलोमीटर नॉर्थ ईस्ट में बढ़ाई है और लगातार मुझे खुशी है कि नॉर्थ ईस्ट में रोड में भी, एयरपोर्ट में भी, रेलवे में भी, टोटल कनेक्टिविटी में मोदी जी के नेतृत्व में बहुत अच्छा काम हुआ है।
NH project:
नितिन गडकरी ने कहा कि जो एनएच की लेंथ थी 2014 में वो नॉर्थ ईस्ट की 10887 किलोमीटर थी और अभी 15740 किलोमीटर हुई है। असम में सात प्रतिशत, अरूणाचल प्रदेश में 140 प्रतिशत, मणिपुर में 47 प्रतिशत, मेघालय में जीरो प्रतिशित, मिजोरम में 23 प्रतिशित, नागालैंड में 60 प्रतिशित, त्रिपुरा में 80 प्रतिशित और सिक्किम में 384 प्रतिशित। ऐसी टोटल 45 प्रतिशत लेंथ बढ़ी है।”