New Delhi: दिल्ली का सदर बाजार थोक के माल के लिए देशभर में प्रसिद्ध है, इस वक्त देश में लोकसभा चुनाव का माहौल है तो यहां के बाजार भी पार्टियों के चुनाव चिन्ह और नारों से छपी हुई टी-शर्ट, हाथ से पकड़े जाने वाले पंखे, गमछे और रिस्टबैंड से सजे हुए हैं। लेकिन दुकानदारों का कहना है कि इस बार खरीददारी और ऑर्डर बहुत कम आ रहे हैं। इसलिए उन्हें नुकसान उठाना पड़ रहा है।
व्यापारियों का कहना है कि चुनाव का पहला चरण नजदीक है लेकिन बाजार बहुत सुस्त है, जे़न एंटरप्राइजेज के मोहम्मद फाजिल का कहना है कि उन्होंने करीब 50 लाख का माल लगाया है लेकिन माल की बिक्री में गिरावट आने से वे चिंता में हैं। फाजिल की दुकान से कुछ ही दूरी पर अनिल भाई राखीवाला के मालिक सौरभ गुप्ता का भी एयरकंडीशन्ड शोरूम है वे भी डिमांड की इस धीमी रफ्तार की वजह चुनाव के लंबे समय को मानते हैं।
हालांकि व्यापारी सौरभ गुप्ता का कहना है कि बीजेपी की ‘अब की बार 400 पार’ टी-शर्ट और टोपी की सबसे ज्यादा मांग है और फिर कांग्रेस के झंडे दूसरे नंबर पर हैं और आम आदमी पार्टी के माल की डिमांड खासकर केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद बहुत कम हो गई है। जीवी ट्रेडर्स के हरप्रीत सिंह इलेक्शन मटेरियल के व्यापार में माहिर खिलाड़ियों में से एक हैं और उनके चेहरे पर निराशा नहीं है जिसकी वजह वे बताते हैं कि उन्हें इस चुनाव में कम डिमांड का पहले से ही अनुमान था।
पारंपरिक रुप से बैज और झंडे चुनाव के दौरान सबसे ज्यादा बिकने वाली चीजे हैं, जोकि क्वालिटी और साइज के आधार पर डेढ़ रुपये से 50 रुपये और 100 रुपये तक हो सकती है। व्यापारियों का कहना है कि ज्यादातर चुनावी माल मुंबई के साथ-साथ गुजरात के सूरत और अहमदाबाद से मंगाया जाता है। लोकसभा चुनाव सात चरणों में होने हैं, जिसका पहला चरण 19 अप्रैल को होगा और आखिरी एक जून को। चुनाव के नतीजे चार जून को घोषित किए जाएंगे।