New Delhi: दिल्ली में आज सुबह हवा की गुणवत्ता करीब 400 एक्यूआई रहने से गंभीर बन गई है, जिससे कई लोगों को सांस लेने में दिक्कत हो रही है। पर्यटकों का कहना है कि “यहां दूषण बहुत ज्यादा लग रहा है। कभी-कभी तो सांसे फूल जाती है जब चलते हैं और ज्यादातर इलाकों में धूल-धूल सी छाई हुई है।”
दिल्ली-एनसीआर में स्मॉग छाने से आसपास की चीजें भी दिखाई नहीं दे रही हैं, जिन लोगों को पहले से सांस से जुड़ी कोई परेशानी है, उनकी दिक्कत और बढ गई है। बता दें कि पराली जलाने और प्रदूषण के दूसरे कारणों की वजह से तीन दिनों में दूसरी बार वायु गुणवत्ता ‘गंभीर प्लस’ श्रेणी में पहुंचने से दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों के आने पर पूरी तरह से रोक लग गई है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि बुजुर्ग आदमी का तो बाहर निकलना, घूमना और मॉर्निंग वॉक करना मुश्किल हो रहा है। जिसको दिल की बीमारी है, सांस की बीमारी है, वो तो इसमें सांस ले ही नहीं सकता। बच्चे भी नहीं ले सकते, जाते हैं सुबह घूमने तो आंखों के अंदर जो जलन पैदा होती है, पानी निकलता है। इसके साथ ही कहा कि सरकार को जरूरी कार्रवाई करनी चाहिए। लेकिन वो ज्यादा कुछ नहीं कर रही है। मैं हर सुबह यहां टहलने आता हूं। मुझे बस उम्मीद है कि कल सुबह मुझे ये प्रदूषण नहीं दिखेगा। सांस लेना बहुत मुश्किल है।”
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वहीं गाजियाबाद, गुरुग्राम, नोएडा, ग्रेटर नोएडा और फरीदाबाद में वायु गुणवत्ता भी बेहद खतरनाक दर्ज की गई। लोगों का कहना है कि “ये तो प्रदूषण होना ही है। उद्योगों, गाड़ियां और कुछ बाइक्स हैं, जिनकी दिक्कत है। ये तो होता ही है हर साल, आगे भी होगा। इसमें सरकार भी कुछ नहीं कर सकती, क्योंकि हम ही कुछ नहीं करेंगे, तो सरकार क्या करेगी। सरकार को तो लागू करना होता है, मानना तो हम लोगों को होता है।”