Odisha: किसान के बेटे ने यूट्यूब वीडियो से पढ़कर आईआईटी-जेईई की परीक्षा की पास

Odisha: ओडिशा के नक्सल प्रभावित मलकानगिरी जिले के रहने वाले एक छोटे किसान के बेटे प्रकाश कुमार बिसोयी ने यूट्यूब ट्यूटोरियल के जरिए खुद ही तैयारी की और आईआईटी-जेईई परीक्षा में 3,000वीं रैंक हासिल की है। मैथिली ब्लॉक के सुदूर गांव डोरागुडा में रहने वाले प्रकाश की सफलता की कहानी की अब हर ओर चर्चा है।

आर्थिक परेशानियों और पारिवारिक चुनौतियों के बावजूद, वह बच्चों को ट्यूशन देते और अपने खाली समय के दौरान खेतों में काम करके अपने परिवार की आय बढ़ाने में मदद करते थे। प्रकाश के पिता कर्ण बिसोयी मध्यम किसान हैं, जो बीमार रहते हैं. तो वहीं उनकी मां मणिरानी मानसिक रूप से दिव्यांग हैं, जिससे प्रकाश अपने परिवार की आय के एकमात्र कमाने वाले हैं।

लेकिन इन सभी बाधाओं से परेशान हुए बिना प्रकाश ने आईआईटी-जेईई क्रैक करने के अपने सपने को पूरा करने के लिए ऑनलाइन संसाधनों, खास तौर पर यूट्यूब का उपयोग किया। प्रकाश ने कहा कि “मैं एक कोचिंग संस्थान में दाखिला लेने में असमर्थ था। इसलिए, मैंने यूट्यूब वीडियो देखकर पढ़ाई शुरू की और अपने पहली कोशिश में मैंने प्रवेश परीक्षा पास कर ली। आईआईटी वारंगल, खड़गपुर और मद्रास मेरे सपनों के कॉलेज हैं। मैं एक वैज्ञानिक बनना चाहता हूं और इसरो में जाना चाहता हूं, मैं गेट परीक्षा भी पास कर लूंगा।’

प्रकाश ने अपनी स्कूली शिक्षा उदुलीबेड़ा अपग्रेडेड हाई स्कूल से की, सीमित संसाधनों के बावजूद प्रकाश ने 2016 में गनीगा हाई स्कूल से अपनी बोर्ड परीक्षा में 70% अंक हासिल किए। उसके बाद उन्होंने बलदियागुडा हायर सेकेंडरी स्कूल में पढ़ाई की और बारहवीं में 65% अंक हासिल किए।

इसके बाद उन्होंने कोरापुट के डीएवी कॉलेज से स्नातक की पढ़ाई की, जहां उन्होंने 95% के प्रभावशाली स्कोर के साथ उत्कृष्ट प्रदर्शन किया, प्रकाश ने अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाने के लिए सरकार से आर्थिक सहायता देने की अपील की है। आईआईटी-जेईई परीक्षा पास करने वाले “मैंने अपनी पढ़ाई कोरापुट डीएवी गवर्नमेंट कॉलेज से पूरी की है और फिर मेरी इच्छा थी लेकिन पैसे की प्रॉब्लम की वजह से मैं कोचिंग नहीं ले पाया फिर मैंने यूट्यूब से ही स्टडी स्टार्ट किया आईआईटी जंप के लिए। फिर पहले ही कोशिश में मैंने परीक्षा पास कर ली। मेरे पिता किसान हैं तो पैसे देने के लिए बहुत परेशानी हुई तब मैंने यूट्यूब से स्टार्ट किया तो मेरा क्लियर हो गया। मेरा ड्रीम कॉलेज है आईआईटी वारंगल, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी कानपुर और मद्रास, मैं भविष्य में साइंटिस्ट बनना चाहता हूं। इसरो का एग्जाम दूंगा और गेट क्लियर करूंगा।”

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