Gujarat: गुजरात के मोरबी जिले में रहने वाली खुशाली के लिए यह तय करना काफी मुश्किल था कि वह अपनी शादी की रस्में निभाएं या फिर एम. कॉम के सेमेस्टर एग्जाम देने जाएं, आखिरकार उन्होंने फैसला किया कि लग्न मुहूर्त से ज्यादा जरूरी परीक्षा
मुहूर्त है और शादी के जोड़े में एग्जाम देने पहुंच गईं।
एग्जाम खत्म होने के ठीक बाद खुशाली और उनके पति राज शादी की रस्में पूरी कीं। दुल्हन “आज मेरा एम. कॉम सेमेस्टर फोर का एग्जाम है औऱ मेरी आज शादी भी है और आज मैं इधर आई हूं क्योंकि मेरे पति चाहते थे कि मैं पेपर दूं। मेरे पति ने मुझे बहुत सपोर्ट किया। मुझे बहुत समझाया कि तुम्हें एग्जाम देना बहुत जरुरी है, केवल मेरे पति की वजह से ही आज मैं शादी के दिन यहां हूं।
इसके साथ ही बताया कि औरतों के लिए तो कुछ नहीं पर पेरेंट्स के लिए संदेश देना जरुर चाहुंगी, अपने बच्चों लड़का हो या लड़की जो कुछ भी करना चाहता है ना उसको करने दीजिए।”