West Bengal: दुर्गा पूजा का जश्न मनाने के लिए पूरे कोलकाता में सैकड़ों पंडाल लगे हैं, सभी पंडालों में सामाजिक संदेश देने के लिए अलग-अलग थीम अपनाई गई है। बढ़ती पर्यावरण जागरूकता के साथ कई पंडालों में पर्यावरण के हिसाब से सजावट की गई है। कोलकाता के खिदिरपुर में दुर्गा पूजा पंडाल में इस साल सजावट के लिए प्लास्टिक, फ्लेक्स या विनाइल बैनरों का इस्तेमाल नहीं किया गया है।
दुर्गा पूजा केवल धार्मिक आयोजन नहीं है, ये पूरे देश में जोश और श्रद्धा के साथ मनाया जाने वाला सांस्कृतिक उत्सव है, दुर्गा पूजा के दौरान पूरा कोलकाता शहर रोशनी, संगीत मय हो जाता है। लोग तरह-तरह से जश्न मनाते हैं। पूरा माहौल खुशियों से भर जाता है।
लोगों का कहना है कि “एक बात की हम लोग कोई पंडाल में प्लास्टिक .. का यूज नहीं किया हम लोग जो बनाया कपड़ा से बनाया। पहले कपड़े से ही बैनर बनता था लेकिन वो वाला बंद हो गया तो हम लोग वही पुराना वाला दिखाया अगर कपड़ा से बैनर होगा तो ये भी हो जाएगा। हम लोग इको फ्रेंडली का भी काम हो जाएगा तो यही दिखाया हमने पूजा में और यही हम लोग का थीम है।” हालांकि दुर्गा पूजा 20 अक्टूबर से शुरू होगी, लेकिन जो लोग पंडाल देखने आ रहे हैं, वे पूजा समिति की सोच की तारीफ कर रहे हैं।
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इसके साथ ही स्थानीय लोगों का कहना है कि “सबसे अच्छा जो लगा वो यहां पे पोस्टर एंड जितना भी डेकोरेट किया हुआ है कुछ में प्लास्टिक नहीं है इको फ्रेंडली है सब कुछ और यहां पर सब बहुत अच्छा एनवायरनमेंट जो प्लास्टिक एनवायरनमेंट में पोल्लुशन के लिए होता है वो यहां पर नही है। सबसे अच्छा मां का पोस्टर और प्रतिमा लगा है।”))