कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 12 से 14 वर्ष के बच्चों को वैक्सीन का सुरक्षा कवच दिया जा रहा है। प्रदेश में 16 मार्च से 12 से 14 साल के बच्चों का टीकाकरण शुरू किया गया था। जिसके तहत अभी तक प्रदेश में लक्ष्य के सापेक्ष 33.40 प्रतिशत बच्चों को वैक्सीन की पहली डोज लगाई जा चुकी है। इस आयु वर्ग में 3.92 लाख बच्चों को कोविड वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है।
धर्मनगरी हरिद्वार में भी कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 12 से 14 वर्ष की आयु के बच्चों को वैक्सीन लगाई जा रही है। हरिद्वार जिले में वैक्सीन लगाने के लिए शहरी और ग्रामीण क्षेत्र में कई केंद्र बनाए गए हैं। साथ ही बच्चों को जागरूक करने के लिए जनपद के स्कूलों में संपर्क किया जा रहा है। जिससे बच्चे समय से वैक्सीन लगवा सके और कोरोना संक्रमण से बच सकें। वहीं हरिद्वार जिले में अभी तक 6000 बच्चों को वैक्सीन लगाई जा चुकी है। हरिद्वार जिले में चल रही परीक्षा के कारण वैक्सीन लगाने की गति धीमी है। परीक्षा समाप्त होने के बाद स्वास्थ्य विभाग जनपद के स्कूलों से संपर्क कर आंकड़े तैयार किए जाएंगे और 12 से 14 वर्ष की आयु के वर्ग के बच्चों को वैक्सीन लगाने की गति को बढ़ाया जाएगा।