उत्तरकाशी हिमस्खलन हादसा: एक और प्रशिक्षु पर्वतारोही का शव बरामद

नमिता बिष्ट 

उत्तरकाशी के द्रौपदी डांडा हिमस्खलन हादसे में एक ओर प्रशिक्षु पर्वतारोही का शव बरामद हुआ है। बेस कैंप से बंगाल के प्रशिक्षु पर्वतारोही सौरव बिश्वास का शव सेना के हेलीकॉप्टर के जरिए मातली हेलीपैड पहुंचा दिया गया है। यहां से पोस्टमार्टम के लिए शव जिला अस्पताल लाया गया है। जबकि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी के दो प्रशिक्षु अभी भी लापता हैं।

रेस्क्यू अभियान में मौसम बना बाधा

बता दें कि इससे पहले भारी बर्फबारी के कारण मंगलवार और बुधवार को खोज बचाव अभियान प्रभावित रहा है। वहीं गुरुवार को फिर खोज बचाव अभियान शुरू कर दिया गया था। हाई एल्टीट्यूड वारफेयर स्कूल गुलमर्ग और सेना की नई रेस्क्यू टीम उत्तरकाशी से बेस कैंप के लिए रवाना हुई। जहां आज मौसम अनुकूल होने पर हेली रेस्क्यू अभियान चलाया गया। हालांकि उच्च हिमालय क्षेत्र में लगातार हो रही बर्फबारी ने खोज बचाव टीम के सामने बड़ी चुनौती खड़ी की है। हर दिन खोज बचाव टीम को क्रेवास तक जाने के लिए नए तरीके से एप्रोच मार्ग बनाना पड़ रहा है।

ये दो प्रशिक्षु हैं अब भी लापता

विनय पंवार निवासी प्रतीक नगर रायवाला देहरादून, (नेवी में नाविक के पद पर तैनात हैं)

ले. कर्नल दीपक वशिष्ठ निवासी आर-131 सेक्टर-4 नोएडा उत्तर प्रदेश (सेना अस्पताल लखनऊ में त्वचारोग विशेषज्ञ हैं.

घटना में लापता हुए 27 के शव बरामद

बता दें कि नेहरू पर्वतारोहण संस्थान उत्तरकाशी का 42 सदस्सीय एडवांस कोर्स का प्रशिक्षु और प्रशिक्षक दल चार अक्टूबर की सुबह समिट कैंप से द्रौपदी का डांडा के आरोहण के लिए गया था। इस दल में शामिल दो प्रशिक्षक सहित 29 प्रशिक्षु पर्वतारोही हिमस्खलन की जद में आए थे। जिसमें अब तक 27 के शव बरामद हो चुके है जबकि दो प्रशिक्षु अभी भी लापता हैं। जिनकी खोजबीन जारी है।

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