शिव-पार्वती के विवाह स्थल त्रियुगीनारायण में इस बार रिकॉर्ड डेढ़ लाख श्रद्धालुओं पहुंचे

नितिन जमलोकी

सोनप्रयाग। ग्यारवें ज्योतिर्लिंग श्री केदारनाथ धाम यात्रा पड़ाव सोनप्रयाग से 11 किमी की दूरी पर स्थित शिव पार्वती विवाह स्थल त्रियुगीनारायण में इस वर्ष यात्राकाल में प्रतिदिन हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने अखण्ड अग्नि के दर्शन कर पुण्य अर्जित किया।

बता दें कि इस वर्ष यात्राकाल में 1,41,449 यात्रियों ने अखण्ड अग्नि के दर्शन किए। ग्राम प्रधान त्रियुगीनारायण प्रियंका तिवारी ने बताया कि इस वर्ष अधिक संख्या में तीर्थ यात्री पहुंचने से व्यवसायियों के व्यवसाय में बढ़ोतरी हुई है। इसके साथ ही उन्होंने शासन प्रशासन से सोनप्रयाग त्रियुगीनारायण सड़क के अतिशीघ्र चौड़ीकरण की मांग की है। जिससे यहां आने वाले श्रद्धालुओं को परेशानी न हो और त्रियुगीनारायण में अधिक संख्या में श्रद्धालु दर्शनों को पहुंचे।

शिव-पार्वती विवाह का साक्षी है मंदिर

त्रियुगीनारायण मंदिर को पांडवकालीन माना गया है त्रियुगीनारायण मन्दिर में सदियों से अखण्ड अग्नि जलती आ रही है। मान्यता है कि भगवान शंकर और माता पार्वती ने अखण्ड अग्नि में भगवान नारायण को साक्षी मानकर फेरे लिए थे। कहते हैं कि इस कुंड में अग्नि तीन युगों से अविरल प्रज्ज्वलित हो रही है। वह कुंड आज भी मंदिर में विद्यमान है। यहां प्रतिवर्ष हज़ारों की संख्या में भक्त भगवान नारायण एवं अखण्ड अग्नि के दर्शनों को पहुंचते हैं। यहां बारहों महीने भगवान नारायण की पूजा की जाती है।

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