तृतीय भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल मर्कटेश्वर तीर्थ मक्कूमठ से कैलाश के लिए रवाना हो गयी है। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश रवाना होने पर सैकड़ों भक्तों ने दर्शन कर पुण्य अर्जित किया। भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली आज व कल भूतनाथ मन्दिर में प्रवास करेगी तथा 5 मई को भूतनाथ मन्दिर से रवाना होकर अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंचेगी। 6 मई को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम पहुंचने पर भगवान तुंगनाथ के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेगें।
पंच केदारो में केदार के नाम से विश्व विख्यात भगवान की चल विग्रह उत्सव डोली आज मक्कूमठ से रवाना हो गई है तथा प्रथम रात्रि प्रवास के लिए गांव के मध्य भूतनाथ मन्दिर पहुंचेगी तथा स्थानीय जनता द्वारा नए अनाज का भोग अर्पितकर विशाल पुणखी मेले का आयोजन किया जायेगा। 4 मई को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली भूतनाथ मन्दिर के ही भक्तों को दर्शन देगी। 5 मई को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली भूतनाथ मन्दिर से रवाना होकर अन्तिम रात्रि प्रवास के लिए चोपता पहुंचेगी। 6 मई को भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली चोपता से रवाना होकर सुरम्य मखमली बुग्यालों में नृत्य करते हुए तुंगनाथ धाम पहुंचेगी तथा भगवान तुंगनाथ की चल विग्रह उत्सव डोली के धाम पहुंचने पर भगवान तुंगनाथ के कपाट दोपहर 12 बजे ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जाएंगे।