पंचकेदार: चतुर्थ केदार भगवान रुद्रनाथ और द्वितीय केदार मध्यमेश्वर धाम के खुले कपाट

पंच केदारों में से द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर के कपाट आज गुरूवार को कर्क लग्न में सुबह 11 बजे विधि-विधान के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिए गए हैं। जिसके बाद अब छह माह तक धाम में ही आराध्य की पूजा होगी। वहीं दूसरी ओर आज ब्रह्म मुहूर्त में सुबह पांच बजे चतुर्थ केदार रुद्रनाथ मंदिर के कपाट वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ विधी विधान से खोल दिए गए। इस अवसर पर उच्च हिमालय क्षेत्र में बुग्यालों के मध्य स्थित रुद्रनाथ मंदिर को चारों ओर से गेंदे के फूलों से भव्य सजाया गया है।

400 तीर्थयात्रियों ने किए भगवान रुद्रनाथ दर्शन

रुद्रनाथ मंदिर के कपाट खुलने के अवसर पर करीब 400 तीर्थयात्रियों ने भगवान रुद्रनाथ के निर्वाण दर्शन किये। मन्दिर के कपाट मन्दिर के पुजारी हरीश भट्ट ने पारंपरिक विधि-विधान से खोले। इस दौरान रुद्रनाथ क्षेत्र भोलेनाथ के जयकारों से गुंजायमान हो उठा। कपाट खुलने के बाद 8 बजकर 30 मिनट पर भगवान रुद्रनाथ की अभिषेक पूजा हुई। बता दें मंगलवार को गोपीनाथ मन्दिर से रवाना हुई भगवान रुद्रनाथ की उत्सव डोली बुधवार को दोपहर बाद रुद्रनाथ पहुंची।

छह माह मद्महेश्वर धाम में होगी बाबा की पूजा

द्वितीय केदार भगवान मद्महेश्वर मंदिर के कपाट गुरूवार को आम श्रद्धालुओं के दर्शन के लिए खोल दिए गए हैं। अब ग्रीष्मकाल के छह माह मद्महेश्वर धाम में ही बाबा की पूजा-अर्चना होगी। बता दें कि बाबा मद्महेश्वर की चल उत्सव विग्रह डोली अपने अंतिम रात्रि प्रवास के लिए गौंडार गांव पहुंची थी। बीते बुधवार को सुबह 5 बजे से राकेश्वरी मंदिर रांसी में मद्महेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी शिव शंकर लिंग ने भगवान मद्महेश्वर का अभिषेक कर भोग लगाया और मां राकेश्वरी के साथ भगवान मद्महेश्वर की संयुक्त आरती उतारी। इसके बाद डोली ने राकेश्वरी मंदिर की परिक्रमा के बाद अपने धाम के लिए प्रस्थान किया।
 

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