Nainital: बंद हो सकता है नैनीताल का यह अनोखा स्कूल

Nainital:  नैनीताल से 19 किलोमीटर दूर घुग्घूखाम ग्राम सभा का प्राइमरी स्कूल अब बंद होने के कगार पर है, यह ऐसा अनोखा स्कूल है जहां सिर्फ एक ही छात्र पढ़ता है और उसे पढ़ाने के लिए दो टीचरों को तैनात किया गया है। हालांकि निर्मल आर्य अब पांचवीं क्लास में है और इस साल उसके पास होने के बाद स्कूल में एक भी छात्र नहीं रह जाएगा।

स्कूल में बच्चों की कम संख्या पर टीचरों का कहना है कि गांव के जो लोग बाहर नौकरी करते हैं वे उन्हें शहर में ही पढ़ा रहे हैं जबकि कुछ गांव वाले अपने बच्चों को इंग्लिश मीडियम प्राइवेट स्कूलों में ही पढ़ाना चाहते हैं। गांव के लोगों का कहना है कि इलाके में नौकरी के कम मौकों की वजह से लोग शहरों का रूख कर रहे हैं।

वहीं शिक्षा विभाग के अधिकारियों का कहना है कि स्कूल का निरीक्षण कर बच्चों की संख्या को बढ़ाने की कोशिश की जाएगी और अगर बात नहीं बनी तो दोनों टीचरों को ऐसे दूसरे स्कूल में ट्रांसफर कर दिया जाएगा जहां ज्यादा बच्चे पढ़ते
हैं। प्रधानाध्यापिका शबाना सिद्दीकी ने बताया कि “यहां की भौगोलिक स्थिति देखते हुए और साथ ही यहां पलायन लगातार हो रहा है, इस कारण भी हमारे इस विद्यालय में छात्रों की संख्या पिछले कुछ सालों में लगातार घटती हुई, पिछले कुछ 10 वर्षों में लगातार घट रही है और साथ ही क्योंकि ये क्षेत्र नैनीताल से इतना ज्यादा करीब है, तो लोगों को इंग्लिश मीडियम में पढ़ाने का ज्यादा क्रेज है, हालांकि हमने उनको एवेयर किया कि ये आपके गांव का स्कूल है, आप उन्हें यहां पढ़ाइये लेकिन इंग्लिश मीडियम के क्रेज के कारण, वो इंग्लिश मीडियम में पढ़ाने के लिए नैनीताल शिफ्ट हो जाते हैं।”

टीचर यशोदा रावत का कहना है कि “यहां पर हमने प्रयास किया कि यहां पर आएं छात्र-छात्राएं लेकिन यहां के ग्रामवासियों में इंग्लिश मीडियम की ओर उनका ध्यान था, इसलिए उन्होंने नैनीताल में जाकर ही रूम लेकर वहां पर बच्चों को पढ़ा रहे हैं, जिससे कि यहां पर छात्र संख्या बहुत कम हो चुकी है और यहां पर जीरो के कगार पर है।”

 

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