Nainital: कैंची धाम से रोपवे के जरिए जोड़ने की परियोजना पर विचार

Nainital: उत्तराखंड का नैनीताल जिला प्रशासन शहर को कैंची धाम से रोपवे के ज़रिए जोड़ने के प्रस्ताव पर विचार कर रहा है, स्थानीय व्यापारी और पर्यटन उद्योग से जुड़े लोगों ने सरकार से ट्रैफिक कम करने और इलाके में पर्यटन को बढ़ावा देने केे लिए रोपवे बनाने की अपील की है।

जिला प्रशासन का कहना है कि काठगोदाम और नैनीताल के बीच प्रस्तावित रोपवे के लिए परियोजना रिपोर्ट तैयार की जा रही है। नैनीताल को कैंची धाम से जोड़ने वाली इस परियोजना के लिए जल्द ही तकनीकी सर्वेक्षण शुरू हो जाएगा।

वंदना सिंह, जिला अधिकारी, नैनीताल “इसमें सार्वजनिक परिवहन को भी स्ट्रेंथेन करने पर काम चल रहा है और रोड्स की कैपेसिटी को बढ़ाए जाने पर भी काम चल रहा है। साथ में रोपवे का भी एक प्रपोजल है। काठगोदाम से नैनीताल तक का रोपवे का तो सर्वे इत्यादि कंप्लीट हो चुका है। उसकी डीपीआर (विस्तृत परियोजना रिपोर्ट) बन रही है। नैनीताल से कैंची धाम के लिए भी एक प्रपोजल रखा गया था शासन के सामने। उस पर भी अभी तकनीकी सर्वे होना है। उसके बाद उसकी जो भी फिजिबिलिटी होगी उसको देखते हुए ही आगे डीपीआर निर्माण इत्यादि की कार्रवाई करी जाएगी।”))

नैनीताल और कैंची धाम के बीच सड़क मार्ग से दूरी 17 किलोमीटर है, 1960 के दशक में पूज्य हिंदू संत नीम करोली बाबा ने कैंची धाम की स्थापना की थी। हर साल यहां लाखों श्रद्धालु आते हैं, स्थानीय लोगों का कहना है कि रोपवे के बनने से सैलानियों के लिए कैंची धाम जाना आसान और सुविधाजनक हो जाएगा।

नैनीताल होटल एसोसिएशन अध्यक्ष दिग्विजय सिंह बिष्ट ने कहा कि “काफी टाइम से हम इसमें गुजारिश कर रहे हैं सरकार से भी और प्रशासन के माध्यम से भी। हमने सरकार को एक वो भेजा है लेटर यहां से भेजा हुआ है हमारे द्वारा।

यह नैनीताल से कैंची धाम तक रोपवे लगाए जाएं। उससे सड़कों में गाड़ियों का भार भी कम होगा और रोपवे का आनंद भी एक्चुअली टूरिस्ट को देने के लिए हमारे पास कुछ है नहीं और कुछ रोपवेज जगह-जगह पर अगर लगाए जाते हैं सरकार के द्वारा तो उनकी आमदनी भी अच्छी होगी और रोडों से भार भी हटेगा।”

इसके साथ ही नैनीताल ट्रेडर्स एसोसिएशन के महासचिव अमनदीप सिंह आनंद ने बताया कि “रोपवे का जो था हमारे प्रधानमंत्री जी ने 2022 के बजट में एक ‘पर्वत माला योजना’ नाम से निकाली थी, जिसमें उन्होंने हिल्स स्टेट के लिए रोपवे को डेवलपमेंट करने की बात कही गई थी और उसमें कहा गया था कि जितने हिल्स स्टेट हैं जैसे हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, जम्मू कश्मीर तो इन सबके लिए बहुत ज्यादा इसमें एम्फेसिस किया गया था रोपवेज पर। तो उसके अंडर भी हमें उम्मीद है कि कई सारे प्रोजेक्ट आएंगे। 2022 के बजट में तो वो शामिल था।

कैंची का आपने जो कहा है यह वास्तव में एक बहुत अच्छा सुझाव है। जो रोड्स पर जो इतना हैवी ट्रैफिक है वो सारा चीज कहीं न कहीं एक दबाव कम होगा और लोगों को भी अच्छा लगेगा। एक एडिड एडवांटेज के साथ तो हम तो निश्चित रूप से इसके पक्ष में हैं।”

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