स्कीइंग के प्रसिद्ध औली में शीतकालीन पर्यटन के साथ-साथ ग्रीष्मकालीन पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए मास्टर प्लान तैयार किया जा रहा है। इसके लिए पर्यटन विभाग ने कवायद शुरू कर दी है। औली मास्टर प्लान के तहत औली गोरसों रोपवे का विस्तारिकरण के साथ ही गौरसो में अन्तराष्टीय स्कींग स्लॉप तैयार किया जायेगा। जिसके लिये पहल शुरु हो गई है। इस कार्य के लिये रोनमास कंपनी के द्वारा औली गौरसो सर्वे का कार्य भी पूरा कर दिया गया है जिसकी रिर्पोट पर्यटन विभाग को मिल गई है। जिसे जल्द ही शासन को भेज दिया जाएगा।
पर्यटन अधिकारी सीमा नौटियाल ने बताया कि गौरसो के अंतरगर्त स्कींग स्लॉप तैयार किए जाने हैं। साथ ही तीन किलोमीटर लंबे रोप-वे को लेकर भी यहां सर्वे कार्य पूरा कर लिया गया है। इसके अलावा औली में बढ़ती पर्यटकों की संख्या को देखते हुए यहां लगभग एक हजार लोगों के रहने की व्यवस्था भी की जा रही है। इतना ही औली तक सुगम यातायात के लिए भी कई सड़क निर्माण कार्य प्रस्तावित हैं।
भारत का मिनी स्विट्जरलैंड ‘औली’
भारत का मिनी स्विट्जरलैंड ‘औली’ हर समय एक अलग रंग में खूबसूरती बिखेरता हुआ नजर आता है। औली भारत के पसंदीदा हिमालयी स्थलों में से एक है। औली उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र के चमोली जिले में स्थित है। इसकी ऊंचाई समुद्र तल से 3,000 मीटर है। यहाँ से कई पर्वत श्रृंखलाएँ दिखती हैं, इनमें से एक त्रिशूल पर्वत है, जो कि औली का एक प्रमुख आकर्षण है। इसके अलावा यहाँ कई प्रकार की एडवेंचर्स एक्टिविटीज़ भी होती हैं। इसे भारत के सबसे अच्छे स्कीइंग स्थलों में से एक माना जाता है। यहां की सुंदरता को निहारने के लिए देश-विदेश से पर्यटक आते हैं। सर्दियों के मौसम में यहां पर खूब बर्फबारी होती हैं। चारों तरफ बर्फ की चादर बिछने के बाद यहां की सुंदरता दस गुना ज्यादा बढ़ जाती है। यहां पर कपास जैसी मुलायम बर्फ पड़ती है। बेशक, औली जाने का सबसे अच्छा समय सर्दियों में है जब आप बर्फ से संबंधित गतिविधियों की पूरी श्रृंखला का आनंद ले सकते हैं।