11 वें ज्योर्तिलिंग भगवान केदारनाथ के कपाट वेद ऋचाओं, स्थानीय वाध्य यंत्रों, आर्मी की बैण्ड धुनों और सैकड़ों भक्तों की जयकारों के साथ विधि – विधान के साथ शीतकाल के लिए बन्द कर दिये गये है. भगवान केदारनाथ के कपाट बन्द होने के पावन अवसर पर सैकड़ों भक्त कपाट बन्द होने के साक्षी बने. भगवान केदारनाथ के कपाट बन्द होने के बाद भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली धाम से रवाना होकर विभिन्न यात्रा पडा़वो पर भक्तों को आशीर्वाद देते हुए प्रथम रात्रि प्रवास के लिए रामपुर पहुंचेगी, तथा 29 अक्टूबर को शीतकालीन गद्दी स्थल ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में विराजमान होगी. तथा 30 अक्टूबर से भगवान केदारनाथ की शीतकालीन पूजा ओकारेश्वर मन्दिर ऊखीमठ में विधिवत शुरू होगी.