Landslide In Uttarakhand : उत्तराखंड के पहाड़ बेहद ही संवेदनशील हैं और समय-समय पर इनके दरकने की खबर सामने आती रहती है। आज पिथौरागढ़ जिले के धारचूला में तवाघाट-लिपुलेख हाईवे पर पहाड़ दरका। लैंड स्लाइड इतना खतरनाक था की लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई।
धारचूला में आज एक भयावह लैंडस्लाइड हुआ है, जहां गरबाधार में पूरी की पूरी पहाड़ी दरक रेत की तरह गिर गई, इस लैंडस्लाइड के कारण यात्रा कर रहे लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। तो कैलाश यात्रा दल भी गरबाधार में फंस गया है, इतना ही नहीं इसे भारत का चीन सीमा से संपर्क भी टूट गया। बता दें की यह रास्ता पिछले चार दिनों से बंद था और बड़ी मुश्किलों के बात इसे खोल गया था। लेकिन आज रास्ता खुलने के महज 30 मिनट बाद ही एक बार फिर से पहाड़ी दरक गई है। जिससे लोगों की मुश्किलें और भी ज्यादा बढ़ गई है.
Landslide In Uttarakhand :
मची अफरा-तफरी :
आज तवाघाट-लिपुलेख हाईवे खुलने के बाद आदि कैलाश के तीसरे और चौथे दल के यात्री वाहनों की आवाजाही शुरू करने जा रहे थे, लेकिन आज मार्ग खुलने के कुछ समय बाद ही अचानक फिर लैंडस्लाइड हो गया। इस दौरान पहाड़ी से भारी मात्रा में मलबा और बोल्डर गिरने से लोगों में अफरा-तफरी मच गई और लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। लेकिन मलबा ज्यादा आने से तवाघाट-लिपुलेख मोटर मार्ग बंद हो गया, पैदल आवाजाही भी नहीं हो पा रही है।
Landslide In Uttarakhand : गनीमत रही कि पहाड़ पर लैंडस्लाइड होने के वक्त वहां से कोई भी यात्री या स्थानीय व्यक्ति नहीं गुजर रहा था, जिससे किसी भी प्रकार का जान-माल का नुकसान नहीं हुआ। लेकिन सड़क बंद होने से यात्रा के लिए पहुंचे श्रद्धालु वापस धारचूला शहर लौट गए।