आपदा के लिहाज से काफी संवेदनशील राज्य उत्तराखंड के पहाड़ी जिलों में अवैध खनन का कारोबार बेखौफ फल-फूल रहा है। अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर विधानसभा के दौलाघट क्षेत्र में विकास के नाम पर दौलाघट-कोसी नदी में अवैध खनन जोरो पर है। जबकि प्रशासन को मामले की जानकारी तक नहीं है। अवैध खनन से नदी कटान और आपदा के खतरे को देखते हुए स्थानीय ग्रामीणों ने आन्दोलन की चेतावनी दे डाली है। सोमेश्वर विधानसभा के दौलाघट क्षेत्र में दूरस्थ गुरना गांव को सड़क से जोड़ने का काम जोरो पर है। गुरना-दौलाघट सड़क निर्माण के लिए दौलाघट-कोसी नदी से पत्थर, रोड़ी और रेता अवैध ढंग से निकाला जा रहा है। स्थानीय ग्रामीणों का आरोप है कि सड़क निर्माण के लिए ठेकेदार ने नदी को खोखला कर दिया है। स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि दौलाघट-गुरना सड़क निर्माण के लिए नदी से पत्थर, रेता और बजरी का खनन किया जा रहा है। सड़क निर्माण के लिए नदी में ब्लास्ट कर मजबूत चट्टान को तोड़ा जा रहा है। ठेकेदार जेसीबी और ट्रैक्टर से अवैध ढंग से पत्थर निकाल कर सड़क निर्माण कर रहें हैं। ग्रामीणों का कहना है कि अवैध खनन से नदी खोखली हो गई है। इससे कभी भी आपदा आने पर बड़ा नुकसान हो सकता है। वहीं क्षेत्र पंचायत सदस्य राहुल खोलिया ने मामले में कर्यवाही की मांग उठाई है। साथ ही अवैध खनन नहीं थमने पर आन्दोलन की चेतावनी दी है। वहीं डीएम अल्मोड़ा वंदना सिंह ने अवैध खनन का संज्ञान लेते हुए मामले पर जांच टीम बैठा दी है। डीएम अल्मोड़ा ने कहा मामले की जांच कर दोषियों पर कार्रवाई की जायेगी। साथ ही डीएम ने सड़क निर्माण करा रहे संबंधित विभाग से स्पष्टिकरण मांगा है।