अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में अंकिता के लिए इंसाफ की मांग को लेकर आज पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत देहरादून के गांधी पार्क में एक दिवसीय धरने पर बैठे। इस दौरान हरीश रावत ने कहा कि अंकिता भंडारी हत्याकांड में बेटी को न्याय मिलना चाहिए।
दरअसल, उत्तराखंड का बहुचर्चित मामला अंकिता भंडारी हत्याकांड मामले में बेटी अंकिता को को न्याय दिलाने के साथ ही उत्तराखंड के सभी जनांदोलनों में उठाए जा रहे सवालों को नैतिक समर्थन देने के लिए पूर्व सीएम हरीश रावत ने गांधी पार्क में सोमवार को दोपहर 12 बजे से अपना धरना शुरू किया जो कल मंगलवार दोपहर 12 बजे तक जारी रहेगा।
अपने धरने के दौरान हरीश रावत ने कहा कि वनंतरा रिसार्ट में वीआइपी को लेकर राज्यत सरकार के मंत्री का जो बयान आगे आया है, वह भविष्य में मुकदमे को प्रभावित कर सकता है। हरीश रावत ने कहा कि वनंतरा रिसार्ट की रिसेप्श निस्टो ने वाट्सएप चेटिंग में कहा है कि उस पर रिसार्ट में वीआइपी को स्पेशल सर्विस देने के लिए दबाव डाला जा रहा था। इस संबंध में वीआइपी की उपस्थिति गंभीर मामला है।
वहीं इस दौरान हरीश रावत ने उत्तैराखंड विधानसभा में हुई बैकडोर नियुक्तियों का मामले में भी सरकार पर हमला बोला। उन्होंमने कहा कि अगर ये नियुक्तियां अवैध है तो नियुक्ति पाने वाला दोषी नहीं है, बल्कि नियुक्ति देने और दिलवाने वाला दोषी है।