देहरादून/हल्द्वानीः नैनीताल के हल्द्वानी स्थित गफूर बस्ती में रेलवे की जमीन से अतिक्रमण हटाए जाने का मामला अदालत पहुंच गया है. वहीं इस मामले को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत आज अपने आवास पर उपवास पर बैठे. उपवास पर बैठने से पहले हरीश रावत ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि मुख्यमंत्री गार्जियन होने के नाते हल्द्वानी के निवासियों की भावनाओं को समझेंगे.उन्होंने कहा कि यदि इस ठंड में उनके घर तोड़े जाएंगे तो गर्भवती महिलाएं, वृद्धजन और बच्चे अपना सर छिपाने कहां जाएंगे.
बता दें कि हल्द्वानी में प्रशासन और रेलवे ने हाईकोर्ट के आदेश पर 10 जनवरी से अतिक्रमण हटाने की तैयारी कर ली है. इधर रेलवे की जमीन पर अतिक्रमण मामले में राहत पाने के लिए एक पक्ष ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. सुप्रीम कोर्ट ने एसएलपी स्वीकार कर ली है.