Haridwar: उत्तराखंड में हरिद्वार जिले के किसान इन दिनों स्ट्रॉबेरी की खेती कर रहे हैं, किसानों का कहना है कि चावल, ककड़ी और सब्जियों के मुकाबले स्ट्रॉबेरी में ज्यादा मुनाफा मिलता है।
अधिकारियों के मुताबिक कुछ साल पहले तक गिने चुने किसान ही स्ट्रॉबेरी की खेती करते थे, लेकिन आज जिले में करीब 25 हेक्टेयर जमीन पर स्ट्रॉबेरी की पैदावार हो रही है, स्ट्रॉबेरी की खेती से इलाके की महिलाओं को भी रोजगार के नए मौके मिले रहे हैं।
स्ट्रॉबेरी का सीजन अक्टूबर से अप्रैल के बीच रहता है, किसानों के मुताबिक वे हिमाचल प्रदेश से पौध खरीदते हैं और फसल को उत्तर भारत की कई मंडियों में बेचते हैं। किसानों का कहना है कि “हम कुछ सालों से ही कर रहे है खपत तो अच्छी है। हो जाए अगर खेती सही ये अच्छा फ्रूट है और इसकी डिमांड भी अच्छी है लोग खाते ज्यादा है और इसको बहुत चीजों में यूज भी करते हैं।”
सरकारी अधिकारी ओम प्रकाश सिंह “दो तीन साल में स्ट्रॉबेरी का प्रोडक्शन जनपद में दस गुना बढ़ा है पहले जो है एक दो हेक्टयर में हमारा प्रोडक्शन था गिने चुने फार्मर थे, जो इसे कर रहे थे जो इसे कर रहे थे आज की डेट में हमारा करीब 25 हेक्टर में हमारा प्रोडक्शन है इसका और 30 – 35 लोग जो हमारे फार्मर भाई है वो इसका उत्पादन कर रहे है हम इकोनॉमी की बात करते है जो अन्य फसल है उसके हिसाब से इसमें बहुत अच्छा मतलब धन का सर्जन होता है, एक वर्ग की हम बात करते है छ: हजार पौधे लगभघ पांच छ: हजार पौधे उसमें लगते है और करीबन 18 से 20 क्विंटल फल का प्रोडक्शन एक वर्ग में मिलता हैं।”