Haldwani: उत्तराखंड के हल्द्वानी में आठ फरवरी को हुई हिंसा के बाद आज सुबह एक बार फिर इलाके में सुरक्षा बलों को और ज्यादा तैनात किया गया है। शहर में लगभग 1,100 सुरक्षाकर्मी पहले से ही तैनात हैं और राज्य सरकार ने बनभूलपुरा में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए गृह मंत्रालय से केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की चार कंपनियों की मांग की है, हर कंपनी में करीब 100 जवान होंगे।
बनभूलपुरा इलाके में अभी कर्फ्यू लगा हुआ है, लेकिन कस्बे के बाहरी इलाकों से कर्फ्यू हटा लिया गया है। बनभूलपुरा में दुकानें अभी भी बंद हैं और सड़कें सुनसान पड़ी हैं। सोशल मीडिया के जरिए अफवाह फैलाने वालों को रोकने के लिए बनभूलपुरा इलाके में इंटरनेट सेवाएं अब भी बंद हैं।
नैनीताल के एसएसपी प्रह्लाद मीना ने कहा कि हिंसा के सिलसिले में 25 और लोगों को गिरफ्तार किया गया है और इस तरह कुल गिरफ्तार आरोपितों की संख्या 30 हो गई है। वहीं मुख्य आरोपित अब्दुल मलिक को जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा। बता दें कि रविवार को जमीयत उलेमा-ए-हिंद और जमात-ए-इस्लामी हिंद के प्रतिनिधियों के एक प्रतिनिधिमंडल ने हल्द्वानी का दौरा किया था और आरोप लगाया कि प्रदर्शनकारियों के साथ धर्म के आधार पर अलग व्यवहार किया जा रहा हैै।
जमीयत प्रमुख मौलाना अरशद मदनी ने हल्द्वानी में पुलिस कार्रवाई की निंदा करते हुए कहा कि प्रतिनिधिमंडल की तरफ से सौंपी गई रिपोर्ट बहुत दर्दनाक है। आठ फऱवरी, गुरुवार को बनभूलपुरा इलाके में सरकारी जमीन पर अवैध रूप से बने मदरसे के डेमोलिशन के दौरान भीड़ ने हिंसा की थी और भीड़ ने नगर निगम के कर्मचारियों, पुलिस के जवानों पर पत्थर और बम फेंके थे। इस हिंसा के बाद कई पुलिसकर्मियों ने थाने में घुसकर अपनी जान बचाने की कोशिश की थी लेकिन उपद्रवियों ने थाने में तोड़फोड़ की और उसे आग के हवाले कर दिया था।
पुलिस के मुताबिक, हिंसा में छह लोगों की मौत हो गई और करीब 100 से ज्यादा पुलिस कर्मी और मीडिया कर्मी घायल हो गए।पुलिस अधिकारी ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों के पास से बनभूलपुरा पुलिस थाने से कथित तौर पर लूटी गई सात बंदूकें और 54 जिंदा कारतूस बरामद किए गए हैं।