Election: मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने पौड़ी सीट से लोकसभा प्रत्याशी अनिल बलूनी के समर्थन में चमोली के दूरस्थ विधानसभा थराली के मुख्य बाजार में रोड शो कर वोट जुटाए, तो थराली के रामलीला मैदान में जनसभा को संबोधित कर प्रधानमंत्री मोदी और अपनी सरकार के विकास कार्य गिनाए।
मुख्यमंत्री धामी ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि वह थराली से इस प्रचार की शुरुआत इसलिए कर रहे हैं, क्योंकि विधानसभा चुनाव की शुरुआत भी उन्होंने इसी थराली विधानसभा से की थी और थराली की जनता ने अपार जनसमर्थन देकर भाजपा को वोट दिया था। जिसका नतीजा रहा कि चमोली की तीनों विधानसभाओं में थराली विधानसभा पर भाजपा के भूपालराम टम्टा ने 8 हजार वोट से भी अधिक अंतर से कांग्रेस के दिग्गज जीतराम को हराया था जबकि इस सीट पर राजनीतिक विश्लेषक और एग्जिट पोल भी कांटे की टक्कर बता रहा था।
ऐसे में थराली से ही उन्होंने पौड़ी सीट के लिए लोकसभा चुनाव के प्रचार का आगाज अपनी अगुवाई में किया है, वहीं इससे पूर्व कांग्रेस के गणेश गोदियाल भी थराली विधानसभा के देवाल में जनसभा कर कांग्रेस के पक्ष में माहौल बनाने की कवायद शुरू कर चुके हैं, कुल मिलाकर दोनो ही दलों का चुनावी फोकस इस बार थराली विधानसभा पर ज्यादा है इसके पीछे की बड़ी वजह है. 2022 के विधानसभा चुनाव में चमोली जनपद की तीनों विधानसभाओ में जहां मतदान से पहले तक थराली विधानसभा में कांटे की टक्कर बताई जा रही थी वहीं परिणाम आने के बाद राजनीतिक विश्लेषकों के विश्लेषण भी धराशायी हो गए.
इस लोकसभा चुनाव में फिर एक बार मुख्यमंत्री धामी मोदी लहर, राम मंदिर, किसान सम्मान, मुफ्त राशन, कश्मीर से धारा 370 हटाने के साथ ही राज्य सरकार द्वारा लागू किए समान नागरिक कानून, नकल विरोधी कानून और दंगा रोधी कानून को बीजेपी की बड़ी उपलब्धि बताकर भाजपा के लिए विधानसभा चुनाव के इस आठ हजार वोट के अंतर को बढ़ाने की जुगत में हैं. ताकि पौड़ी लोकसभा चुनाव में थराली विधानसभा सीट पर ही बीजेपी को एक ऐसी बढ़त मिल सके कि चमोली से ही बीजेपी की लीड पिछले रिकॉर्ड को पार कर जाए।
इसके साथ ही 2022 के विधानसभा चुनाव में कर्णप्रयाग सीट पर भाजपा 6 हजार वोट से जीती थी और बद्रीनाथ सीट पर लगभग 2 हजार के अंतर से हारी थी, लेकिन अब बद्रीनाथ से विधानसभा चुनाव जीते विधायक राजेन्द्र भंडारी ने पाला बदल भाजपा का दामन थाम लिया है तो शायद भाजपा का वोट शेयर कुछ प्रतिशत बढ़ने की संभावना भी जताई जा रही है.