देश में 9 महिनों में 948 बार भूकंप से डोली धरती, उत्तराखंड में भी इतनी बार महसूस हुए झटके, पढिए पूरी खबर

नमिता बिष्ट

उत्तराखंड राज्य भूकंप के लिहाज से संवेदनशील राज्य है और जोन पांच में आता है। जिसमें गढ़वाल का उत्तरकाशी, चमोली, रुद्रप्रयाग जिला और कुमाऊं का कपकोट, धारचूला, मुनस्यारी क्षेत्र भूकंप की दृष्टि से बहुत ही संवेदनशील है। इन क्षेत्रों में भी उत्तरकाशी सबसे ज्यादा संवेदनशील क्षेत्र है। वहीं बीती रात नेपाल में आए भूकंप के झटके उत्तराखंड समेत उत्तर भारत में भी महसूस किए गए। नेपाल में भूकंप की तीव्रता 6.3 थी, लेकिन भारत में ये इतना शक्तिशाली नहीं था। जिससे जानमाल का कोई नुकसान नहीं हुआ है। हां, भूकंप के झटकों के दौरान लोगों में दहशत का माहौल था और कुछ लोग अपने घरों से बाहर भी निकल आए।

उत्तराखंड में इस साल 700 से ज्यादा भूकंप आए

उत्तराखंड में इस साल 2022 में अभी तक 700 से अधिक छोटे-बड़े भूकंप आ चुके हैं। हालांकि ज्यादातर भूकंप 3 तीव्रता से कम के थे और लोगों ने झटके महसूस नहीं किए। जबकि  राज्य में सालभर में 13 ऐसे भूकंप आए, जिनकी क्षमता 4 तीव्रता से ज्यादा रही और लोगों ने इन्हें महसूस भी किया।

बीते 10 साल में 5 हजार भूकंप के झटके रिकॉर्ड

वहीं कुमाऊं विवि में प्रोफेसर रहे प्रसिद्ध भू-वैज्ञानिक और एमओईएस (मिनिस्ट्री ऑफ अर्थ साइंस) के प्रधान अन्वेषक रहे प्रो. चारू चंद्र पंत का कहना है कि बीते 10 सालों में भूकंप के लगभग 5 हजार भूकंप के झटके रिकार्ड हुए हैं, हालांकि भूकंप के छोटे झटके बड़े भूकंप को टालने के लिहाज से अच्छे कहे जा सकते हैं। वहीं वैज्ञानिकों ने पर्वतीय क्षेत्रों में भूकंप रोधी तकनीक के बिना बन रही बहुमंजिला इमारतों और अवैज्ञानिक विकास कार्यों के लिए भी चेताया है।

देश में जनवरी से सिंतबर तक 948 बार भूकंप आया

भारत में जनवरी से सिंतबर तक बीते 9 महीनों में 948 बार भूकंप आए हैं। जिसमें 240 भूकंप के झटके ऐसे थे, जिनकी तीव्रता रिक्टिर स्केल पर 4 से ऊपरी रही और लोगों को ये महसूस हुए। नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के अनुसार मौजूद डेटा के मुताबिक  इस साल 152 स्टेशनों से 1090 बार भूकंप आने की जानकारी मिली। हालांकि  इनमें सिर्फ 948 बार ऐसे भूकंप दर्ज हुए जो भारत और उसके आसपास देशों आए। बता दें कि एनसीएस के पास मौजूद ये डेटा इस साल जनवरी से सितंबर तक का ही है।

इस साल 2 ज्यादा तीव्रता के भूकंप से डोली धरती

नेशनल सेंटर फॉर सीस्मोलॉजी के मुताबिक  भारत में आमतौर पर ज्यादा तीव्रता के भूकंप कम ही आते हैं। देश में इस साल महसूस किए गए सबसे ज्यादा तीव्रता वाले भूकंप की बात करें, तो इनमें एक बीती रात नेपाल में आया 6.3 तीव्रता का भूकंप है। वहीं दूसरा अंडमान-निकोबार द्वीप समूह से 431 किलोमीटर दूर उत्तरी सुमात्रा में आया 6.1 तीव्रता का भूकंप था। इस भूकंप के झटकों को भारत में सबसे ज्यादा दक्षिण के राज्यों में महसूस किया गया। इसके अलावा भारत 5 से 5.9 तीव्रता के 14 भूकंप और 4 से लेकर 4.9 तक के 224 भूकंप आए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *