Dehradun: उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं, राज्य में अप्रैल से अब तक 112 से ज्यादा मामलों की पुष्टि हो चुकी है। अकेले 86 केस देहरादून में मिले हैं।
हालात को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रखा है। डेंगू का जल्द पता लगाने और मरीजों का समय पर इलाज करने के लिए अलग से वार्ड बनाए हैं। स्वास्थ्य विभाग की टीमें भी लगातार निगरानी कर रही हैं।
मानसून के मौसम में डेंगू के मामले तेजी से बढ़ने लगते हैं। इसकी वजह बारिश के पानी में मच्छर का पैदा होना है। खासकर एडीज मच्छर, बारिश में इनकी संख्या तेजी से बढ़ जाती है।
इस बीच, देहरादून नगर निगम ने मच्छरों को कम करने और संक्रमण को कम करने के लिए शहर के सभी वार्डों में फॉगिंग तेज कर दी है। स्वास्थ्य विभाग और नगर निगम मिलकर काम कर रहे हैं। डेंगू के प्रकोप को रोकने और लोगों की सुरक्षा के लिए जन जागरूकता अभियान चलाए जा रहे हैं, डेंगू की रोकथाम के लिए सर्वे का काम भी तेजी से किया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि “अभी तक 112 मामले हो चुके हैं। जिसमें से 86 केस जो हैं हमारे डीजी में से यानी की देहरादून के केस हैं। अन्य मामले जो हैं वो बाहर के हैं। तो लगातर हम मई माह से ही लगातार हमारे यहां इसमें कार्रवाई यहां पर चल रही है।
आशा के द्वारा सर्वे किया जा रहा है, जो डेंगू वॉलंटियर्स हैं, उनके द्वारा भी सर्वे किया जा रहा है। जो हाउस टूर.. सर्वे में जो लार्वा जहां पर मिलते हैं इनको डिस्ट्रॉय किया जाता है। जो कंटेनर हैं जिनमें पानी भरा है उनको खाली किया जाता है। लोगों को जागरुकता उसमें की जाती है। लोगों को बताया जाता है कि डेंगू कैसे फैलता है, कैसे उससे बच सकते हैं।”
इसके साथ ही नगर आयुक्त नमामि बंसल ने कहा कि “नगर निगम देहरादून की ओर से फॉगिंग की कार्रवाई मार्च के एंड से ही शुरू करी जा चुकी थी और पहले भी इसमें लगातार नगर निगम की ओर से इंटेंस मोड में फॉगिंग और लार्वीसाइडल स्प्रे किया गया था। हमने सभी 100 वार्ड्स में एक हैंड हेल्ड मशीन उपलब्ध कराई है जोकि लगातार माननीय पार्षदगणों के साथ समन्वय करते हुए फॉगिंग का कार्य कराती हैं। इसके अलावा हमने छह बड़ी मशीनें भी तैनात की हुई हैं, लार्वीसाइडल स्प्रे के लिए और बड़े स्तर पर फॉगिंग का कार्य कराने के लिए।”