देहारदून/ऊखीमठ/पिथौरागढ़। प्रदेशवासियों के लोगों को बारिश से राहत मिलने वाली नहीं है। मौसम विभाग ने प्रदेश के पर्वतीय जिलों में भारी बारिश के आसार हैं जिसके लिए मौसम विभाग ने येलो और रेड अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने कुमाऊं और गढ़वाल के कुछ पर्वतीय क्षेत्रों में कहीं-कहीं गरज के साथ हल्की से भारी बारिश का अनुमान जताया है। मौसम विभाग के मुताबिक कुमाऊं के कुछ जनपदों में आकाशीय बिजली चमकने के साथ ही तीव्र बौछार की संभावना को देखते हुए येलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान नदी-नालों के किनारे बाढ़ के हालात, मैदानों में जलभराव होने की संभावना है। पर्वतीय क्षेत्रों में चट्टानें खिसकने के साथ भूस्खलन हो सकता है। चोटियों पर हिमपात का अनुमान है। ऐसे में प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए गए हैं।
सात जिलों में स्कूल बंद
पहाड़ से लेकर मैदान तक रुक-रुककर मेघ बरस रहे हैं। कुमाऊं मंडल के ऊधमसिंह नगर को छोड़कर सभी पांच जिलों में स्कूलों में शुक्रवार को अवकाश घोषित कर दिया गया है। गढ़वाल में पौड़ी और उत्तरकाशी जिले में आज स्कूल बंद रहेंगे। अन्य जिलों में प्रशासन और आपदा प्रबंधन की टीमों को सतर्क कर दिया गया है।
टनकपुर अल्मोड़ा हाईवे बंद
बारिश के चलते सीमांत जनपद पिथौरागढ़ में पहाड़ी का एक हिस्सा टूटकर हाईवे पर जा गिरा, जिससे टनकपुर और अल्मोड़ा जाने वाला राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह से बंद हो गया। मौके पर जेसीबी मशीन मलबा हटाने में जुटी है। वहीं, पहाड़ी दरकने से टनकपुर को जाने वाली सड़क पूरी तरह से बंद हो चुकी है। हाईवे बाधित होने से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई है।
केदार घाटी में बदला मौसम, हिमालयी भूभाग में बर्फबारी के आसार
केदार घाटी सहित उच्च हिमालयी क्षेत्रों में एक बार फिर मौसम का मिजाज बदल गया है। जिससे तापमान में गिरावट महसूस होने लगी है। मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार हिमालयी क्षेत्र वासुकी ताल, मनणामाई तीर्थ, पाण्डव सेरा, नन्दीकुण्ड, विसुणीताल सहित 13 हजार फीट की ऊंचाई वाले भूभाग में भी बर्फबारी होने की संभावना है। इसके साथ ही केदारनाथ, मद्महेश्वर, तुंगनाथ धामों के तापमान में भारी गिरावट आ सकती है। उधर, केदार घाटी के निचले इलाकों में हल्की बारिश होने से काश्तकारों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा है।