Big Breaking : कैबिनेट बैठक में जोशीमठ को लेकर लिए गए ये फैसले, पेपर लीक मामले में बनेगा सख्त कानून

देहरादून। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अध्यक्षता में आज सचिवालय में कैबिनेट बैठक हुई। बैठक के दौरान जोशीमठ में आपदा प्रभावितों के पुनर्वास और राहत पैकेज को लेकर मंत्रिमंडल की बैठक में कई फैसले लिए गए है। विशेष कैबिनेट बैठक में आज जोशीमठ के भविष्य को लेकर रोडमैप जारी किया गया। सरकार की कवायद नई टिहरी की तर्ज पर नया जोशीमठ बसाने की है। इसके साथ ही उत्तराखंड लोक सेवा आयोग में हुए पेपर लीक मामले को लेकर देश का सबसे सख्त कानून बनाए जाने का निर्णय लिया गया।

जोशीमठ क़ो लेकर फैसले
• बैठक में राहत शिविरों को लेकर मानक तय
• वास्तविक रेंट या 950 रुपए प्रतिदिन अधिकतम तय
• 450 रुपए खाने के लिए प्रति व्यक्ति प्रति दिन तय
• पुनर्वास को लेकर कोटि फार्म, पीपलकोटी, गौचर, ढाक और एक अन्य स्थान चिन्हित
• किराया राशि को 4000 से बढ़ाकर 5000 किया गया
• भारत सरकार से एक सप्ताह के भीतर राहत पैकेज का प्रस्ताव भेजा जाएगा
• विस्थापित परिवारों को जिंदगी बसर के लिए एसडीआरएफ की गाइडलाइन के अनुसार परिवार के दो व्यक्ति को मनरेगा के नियमानुसार मजदूरी दी जाएगी
• पशुओं के लिए 15000 रुपये विस्थापन और 80 रुपए प्रतिदिन चारे के लिए तय
• बिजली पानी के बिल नवंबर माह से अगले 06 माह के लिए माफ
• राष्ट्रीयकृत और निजी बैंक लोन की किस्त को एक साल माफ करने के लिए केंद्र को भेजेंगे प्रस्ताव
• सहकारिता से लिए गए ऋण की किस्त एक साल के लिए माफ
• आपदा प्रबंधन विभाग पहाड़ी शहरों की धारण क्षमता की करेगी जांच

पेपरलीक मामले में सरकार सख्त कानून लाएगी सरकार
• मुख्य सचिव डा एसएस संधु ने बताया कि कैबिनेट में निर्णय लिया गया है कि भर्तियों में भ्रष्टाचार को रोकने के लिए सरकार द्वारा शीघ्र ही एक सख्त नकल विरोधी कानून लाया जाएगा, जिसमें दोषी को उम्रकैद तक की सजा का प्रविधान किया जाएगा।
• साथ ही, इस कार्य में अर्जित की गयी संपत्ति को भी जब्त किया जाएगा।
• उन्होंने कहा कि राज्य लोक सेवा आयोग द्वारा लेखपाल की परीक्षा को दोबारा आयोजित किया जाएगा। जिन अभ्यर्थियों ने पूर्व में इसके लिए आवेदन किया है, उन्हें दोबारा आवेदन नहीं करना होगा। न ही इसके लिए कोई फीस देनी होगी।
• साथ ही यह भी निर्णय लिया गया कि उत्तराखंड परिवहन निगम की बसों में अभ्यर्थियों को किराया नहीं देना होगा, अभ्यर्थियों का प्रवेश पत्र ही उनका बसों में टिकट माना जाएगा।

 

 

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