जोशीमठ। हेमकुंड साहिब के कपाट सोमवार को दोपहर 1.50 बजे शीतकाल के लिये बंद कर दिये गए हैं। भारी बर्फबारी के बीच हेमकुंड साहिब के कपाट किए गए। कपाट बंद होने के मौके पर 1500 श्रदालु दरबार साहिब में मौजूद रहे। इस वर्ष कपाट बंद होने के दौरान हेमकुंड साहिब में आने वाले श्रदालुओं को हेमकुंड में बर्फबारी का नजार भी देखने को मिला। हेमकुंड साहिब में लगातार दो दिनों से बर्फबारी हो रही है। जिससे वहां करीब आधा फीट तक बर्फ जम चुकी है। बता दें कि सोमवार को सुबह 10 बजे से हेमकुंड साहिब के कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरु हुई, जिसमें 10 बजे से सुखमणी का पाठ शुरु किया।11.15 से 12.30 तक शबद किर्तन के बाद 12.30 से 1 बजे तक इस साल की अंतिम अरदास पढ़ी गई। जिसके बाद एक बजे हुकुमनामा लिया गया ओर पवित्र गुरुग्रन्थ साहिब को 418 इंजिनियर कोर सेना के मधुर बैंडों की ध्वनी के बीच पंच प्यारों की अगुवाई में दरबार साहिब से सचखंड में लाया गया। इसकी के साथ दोपहर 1.50 बजे हेमकुंड साहिब के कपाट शीतकाल के लिए बंद कर दिये गए।