मसूरी में बूंद-बूंद पेयजल के लिए तरसने को मजबूर करीब 85 परिवार

देश में हर घर नल योजना और 144 करोड़ रुपए की मसूरी यमुना पेयजल योजना के बावजूद भी यहां लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। मसूरी के 12 केची मार्ग पर स्थित सपेरा बस्ती में पिछले एक महीने से पेयजल की आपूर्ति नहीं हो पा रही है, जिससे लोगों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मसूरी के सपेरा बस्ती में पेयजल आपूर्ति न होने को लेकर मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल और मजदूर संघ के महामंत्री देवी गोदियाल के नेतृत्व में सपेरा बस्ती की महिलाओं और लोगों ने गढ़वाल जल संस्थान में पहुंचकर कार्यालय में धरना प्रदर्शन कर जल्द पेयजल आपूर्ति की मांग की है। उन्होंने कहा कि जब तक उनके नलों में जल नहीं आ जाता तब तक वह कार्यालय में धरना देते रहेंगे।
बता दें कि सपेरा बस्ती में रहने वाले करीब 85 परिवारों के पास पेयजल कनेक्शन नहीं है। ऐसे में सरकारी नल पर ही यह लोग निर्भर हैं। लेकिन पिछले एक महीने से सरकारी नल में पानी नहीं आ रहा है, जिससे यह लोग आसपास के प्राकृतिक स्रोत और नालों से पानी भरने को मजबूर हैं। सपेरा बस्ती में रहने वाले लोगों ने बताया कि पिछले कई दिनों से वह लगातार गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारियों को क्षेत्र में पेयजल की आपूर्ति ना होने को शिकायत कर रहे हैं। लेकिन कोई सुनने को तैयार नहीं है। उनके परिवारों को बूंद बूंद पानी के लिये तरस रहे है। मसूरी ट्रेडर्स एंड वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष रजत अग्रवाल और मजदूर संघ के महामंत्री देवी गोदियाल ने कहा कि गढ़वाल जल संस्थान के अधिकारियों की लापरवाही के कारण मसूरी सपेरा बस्ती के लोग बूंद-बूंद पानी को तरस रहे हैं वही बड़े होटलों में औरसत से ज्यादा पानी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि यदि जल्द सपेरा बस्ती के लोगों को पानी उपलब्ध नहीं कराया गया तो उग्र आंदोलन करने के लिए मजबूर होंगे। उन्होंने क्षेत्रीय विधायक और कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी से भी इस पूरे मामले का संज्ञान लेकर गरीब लोगों को पेयजल आपूर्ति कराने की मांग की है।

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